International Yoga Day 2022: कोरोना के दो साल बाद योग नगरी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े स्तर पर पूरे मनोयोग से मनाया जा रहा है। हजारों लोग सुबह साढ़े छह बजे गंगा के किनारे बह रही मंद-मंद बयार के बीच काया को निरोगी रखने के लिए योग की अलग-अलग क्रियाएं करने पहुंचे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में योगाभ्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योग करने से पहले द्वीप प्रज्वलित कर योग कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सीएम धामी ने योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए जीवन में इसके महत्व के बारे में बताया और कहा कि निरोग शरीर के लिए यह बहुत जरूरी है। सीएम धामी ने कहा कि आज विश्व के हर कोने से योग की गूंज सुनाई दे रही है। यह जीवन का आधार बन गया है। योग ‘पार्ट ऑफ लाइफ’ नहीं बल्कि अब ‘वे ऑफ लाइफ’ बन चुका है। ऋषिकेश ने योगनगरी के रूप में देश-विदेश में ख्याती प्राप्त की है। यहां विश्वभर से लोग योग, अध्यात्म और ध्यान का ज्ञान ग्रहण करने आते हैं।
ऋषिकेश में योग को लेकर लोगों में इस कदर जुनून है कि हर घर से एक व्यक्ति योग करता हुआ नजर आएगा। यहां पांच साल के बच्चे से लेकर 70 साल तक के बुजुर्ग भी अपनी योग क्रियाओं से अंचभित कर देते हैं। ऋषिकेश में करीब 450 योग प्रशिक्षण केंद्र हैं और यहां बच्चों की जीवनचर्या का हिस्सा जिम नहीं बल्कि योग है। योगनगरी में 200 से अधिक स्थानों पर योग शिविर आयोजित किए गए हैं, जिसमें करीब 25 हजार लोगों ने प्रतिभाग किया। विभिन्न राज्यों से भी लोग योग शिविरों में प्रतिभाग करने के लिए पहुंचे हैं। युवा से लेकर बुजुर्ग सभी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर जबरदस्त उत्साह है।