कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और उनके विभागीय सचिव और खाद्य आयुक्त सचिन कुरवाई कुर्वे की चल रही खींचतान की गूंज दिल्ली बैठे नेताओं तक भी पहुंची है। मंत्री चाहती थीं कि मुख्यमंत्री सचिव के खिलाफ एक्शन लें। फिलहाल इस मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मुख्यमंत्री धामी मंत्री रेखा आर्य और सचिव सचिन कुर्वे से बात कर चुके हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दखल के बाद खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रेखा आर्य व विभागीय सचिव सचिन कुर्वे के बीच तबादलों को लेकर छिड़े विवाद पर विराम लग गया है।
दरअसल, रेखा आर्य के सचिव सचिन कुर्वे ने रेखा आर्य के उन पत्रों को सिरे से नकार दिया है जिसमें उन्होंने ट्रांसफर मंत्री से बिना पूछे किए जाने की बात कही थी। सचिव सचिन कुर्वे ने साफ कर दिया है कि वभाग में ट्रांसफर न्याय संगत हैं जो होकर ही रहेंगे। ये किसी भी कीमत पर निरस्त नहीं होंगे, जबकि मंत्री रेखा आर्य ने विभाग में हुए इन ट्रांसफर्स को रद्द करने की बात कही थी। कैबिनेट मंत्री और खाद्य आपूर्ति आयुक्त के बीच छह अफसरों के तबादले को लेकर इतनी ठन गई कि दोनों लोग अपना पावर गेम दिखाने में जुट गए थे।
विवाद की गूंज दिल्ली बैठे नेताओं तक भी पहुंची है। इस विवाद से संगठन और सरकार असहज बताई जा रही है। मंगलवार को एक कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री के समक्ष यह प्रश्न आया। इस पर उन्होंने कहा कि बातचीत से समाधान निकाल लेंगे। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री मंत्री रेखा आर्य और सचिव सचिन कुर्वे से बात कर चुके हैं। अब इस मामले को दोनों ही ओर से तूल नहीं दिया जाएगा। उधर, पार्टी से जुड़े से सूत्रों का मानना है कि मंत्री से नौकरशाह के टकराव को संगठन में सही नहीं माना गया है। पार्टी के भीतर यह चर्चा है कि इस तरह का विवाद सरकार और पार्टी को ही असहज करता है।