CM ने दिए हरिद्वार शराब कांड में उच्च स्तरीय जांच के आदेश, विपक्ष ने लगाए राज्य सरकार पर ये गंभीर आरोप

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हरिद्वार: हरिद्वार में पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा वोटरों को शराब पिलाने से दो दिनों में सात लोगों की मौत होने से हड़कम्प मच गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त एक्शन के आदेश दिये हैं तथा उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके बाद हरिद्वार एसएसपी द्वारा घटना क्षेत्र पथरी के एसओ और तीन कॉन्स्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया है। जबकि क्षेत्र में सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है ताकि चुनाव में कच्ची शराब बेचने वाले माफिया का भंडाफोड़ किया जा सके।

उधर कांग्रेस ने धामी सरकार पर हल्लाबोल दिया है। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के लक्सर में हुई मौतों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य की कानून व्यवस्था और आपकारी विभाग पर कड़ा हमला बोला है। करन माहरा ने कहा कि इस वारदात से प्रदेश की कानून व्यवस्था से लेकर आबकारी विभाग की सारी परतें उधड़ कर रह गई है। माहरा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले वर्षों में भगवानपुर, रुड़की, टिहरी और देहरादून के पथरिया पीर में हुई सैंकड़ों मौतों ने उत्तराखंड को दहला कर रख दिया था। परंतु भारतीय जनता पार्टी की तबकी सरकार का रवैया भी ढुलमुल था और आज की सरकार भी इस तरह की वारदातों के प्रति संजीदा नहीं दिखाई पड़ती।

माहरा ने कहा की ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य की धामी सरकार पूरी तरह से शराब माफियाओं को संरक्षण दे रही है और इतने वर्षों के शासन के बाद भी आबकारी नीति की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है। करन माहरा ने कहा कि अगर समय रहते पिछली भाजपा की सरकारों ने इन जहरीली शराब का व्यापार करने वालों पर सख्त कार्रवाई की होती तो आज हरिद्वार की इस घटना से बचा जा सकता था। माहरा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हरिद्वार में होने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर भी यह स्थिति चिंताजनक है।