उत्तराखंड का बजट सत्र चल रहा है। मंगलवार 18 फरवरी को सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट और संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच तीखी नोंकझोंक हो गई। Madan Bisht And Premchand Dispute इस दौरान कथित तौर पर सरकार को लेकर बिष्ट के असंसदीय टिप्पणी करने से अग्रवाल बिफर गए। उन्होंने कड़ा विरोध जताते हुए बिष्ट से शब्द वापस लेने को कहा। बिष्ट भी अड़ गए। अग्रवाल गुस्से में अपनी सीट से उठ खड़े हुए। बात को बिगड़ता देख नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने अग्रवाल से शांत रहने का अनुरोध किया। अग्रवाल ने कहा कि यह संसदीय आचरण नहीं है कि कोई कुछ भी कह दे।
संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद ने कहा कि मुझे लगता है कि शायद मदन बिष्ट जी ने शराब पी हुई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री जी और सरकार के लिए असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया। साथ ही जिस प्रकार अंगुली उठाकर, आंखें दिखाकर जो व्यवहार किया, वो मुझे अच्छा नहीं लगा। फिर वे तू-तड़ाक पर आ गए। कांग्रेस विधायक बिष्ट ने आरोपों को नकारा। साथ ही कहा कि हम विपक्ष के लोग हैं, विरोध तो करेंगे ही। भाजपा सरकार के पास कहने को कुछ नहीं है। जब अभिभाषण के दौरान हमने विरोध किया तो उन्हें चलो-चलो कहा गया। क्या यह संसदीय आचरण है। यदि मंत्री ये कह रहे हैं कि मैने शराब पी थी, तो मेडिकल करा लीजिए। मैं इसके लिए तैयार हूं।