हरिद्वार: देहरादून में सोमवार को हरक सिंह रावत के आवास पर कांग्रेसी नेताओं का अचानक जमावड़ा लगा था। जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। वहीं, मंगलवार को कांग्रेस के कई बड़े दिग्गज हरिद्वार के जयराम आश्रम पहुंचे। मंगलवार को हरक सिंह रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता भुवन कापड़ी अचानक भूपतवाला स्थित जयराम आश्रम पहुंचे।
कांग्रेस नेताओं की पहले देहरादून में बैठक और फिर अचानक हरिद्वार दौरा बड़े राजनीतिक हलचल की ओर इशारा कर रही है। जयराम आश्रम पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनता और लोग हल्की राजनीति पर भरोसा नहीं कर रहे। हमें भरोसे लायक बनना होगा। वहीं, हरक सिंह रावत ने 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा यदि पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर देगी तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगे। इसलिए हरीश रावत को भी बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
यहां पत्रकारों से बातचीत में हरक सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। बोले, यह बात मैंने हरीश भाई को भी कही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले टिकट वितरण के दौरान मैने हरीश रावत को फोन किया था। उनसे कहा था कि जीतने वाले उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाए, भले वह आपका विरोधी क्यों न हो। उन्होंने कहा कि मैने हरीश रावत को यह भी समझाया था कि जब जीतेंगे तभी तो सरकार बनेगी और कोई सीएम बनेगा। हरक सिंह ने हरीश रावत पर आरोप लगाया कि उन्होंने एक नहीं सुनी और पार्टी को हार को मुंह देखना पड़ा।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि देश और जनता के हित के लिए विपक्ष का मजबूत होना जरूरी है। विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। गुटबाजी की वजह से ही हम 11 पर आ गए थे और गुटबाजी के चलते ही हम 19 पर आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कमजोर नहीं हुई है। राजनीति में हार जीत एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हां, यह बात जरूर है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पराजित हुई है। कांग्रेस जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक गंभीरता से ले रही है।