Uttarakhand Poltics News: उत्तराखंड में कांग्रेस के नेताओं के वायरल बयानों पर राजनीति गरमा गई है। चौतरफा विरोध के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए एक दिन उपवास करने की घोषणा की है। करन माहरा का कहना है कि उनके बयान को गलत तरीके से तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया, लेकिन अंकिता केस कमजोर न हो। इसके लिए वे किसी तरह के विवाद में नहीं पड़ना चाहते। उधर भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की देव भूमि वासियों के अपमान के बदले माफी मांगने को नाकाफी बताते हुए कहा कि जिस तरह से रोजाना अपमान के बाणों से जनता को घाव दिये जा रहे है उससे वह आहत है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के बाद मनीष खंडूरी की अशिष्ट टिप्पणी वीर सैनिकों की भूमि और जनरल खंडूरी के योगदान का भी अपमान है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और विशेषकर मनीष खंडूरी का उत्तराखंड व गढ़वाल के शौर्य पर दिया आपत्तिजनक बयान अक्षम्य है। उन्होंने सैन्य भूमि और उसके शहीद जवानों की वीरता का अपमान तो किया ही है साथ ही उत्तराखंड के आदर्श नेता और अपने पिता जनरल बी सी खंडूरी के अमिट योगदान को भी कमतर आंकने का भी प्रयास किया है। जनरल खंडूरी ने सैन्य सेवा और उसके उपरांत देवभूमि की सेवा में अपना जीवन खपाया है, लेकिन कांग्रेस और उनके नेता कभी इसे कभी महसूस नहीं कर सकते हैं। उन्होंने इसे अपरिपक्व और गैर जिम्मेदाराना राजनीति करार देते हुए कहा कि कांग्रेस को तो शर्मशार होना ही चाहिए कि उनके विचारों से जनता सहमत नही है और इसीलिए कार्यक्रमों में सहभागिता नही करती है। ऐसे में बजाय आपसी चिंतन मनन के कांग्रेस का जनता को कसूरवार ठहराना और अभद्र टिप्पणियां करना उनकी मानसिकता को उजागर करता है।