चमोली हादसे को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा! BJP ने किया पलटवार, बोली- लाशों पर राजनीति कर रही कांग्रेस

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Uttarakhand Poltics News: चमोली हादसे को लेकर विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है। चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर करंट फैलने से हुई 16 लोगों की मृत्यु से विपक्ष हमलावर होगया है। इस पूरे मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच नहीं बल्कि कमिश्नर स्तर पर जांच की मांग की है। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। दूसरी तरफ चमोल में कांग्रेस नेताओं के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। वहीं, सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा मोर्चा खोलने पर भाजपा ने तंज कसा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट का कहना है कि कांग्रेस लाशों की राजनीति कर रही है। साथ ही अपने खोए हुए जनाधार को पाने की कोशिश कर रही है। जबकि कांग्रेस को इस दुख की घड़ी में परिजनों के साथ खड़ा होना चाहिए।

दरअसल, 18 जुलाई को चमोली पीपलकोटी में अलकनंदा नदी के तट पर निर्माणाधीन नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट के केयर टेकर गणेश लाल की मौत हो गई थी। 19 जुलाई की सुबह गणेश लाल के परिजनों मुआवजा दिलवाने की मांग को लेकर ग्रामीण इकट्ठे हुए प्लांट में प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन में 35 से 40 लोग मौजूद थे। धीरे-धीरे बढ़ती भीड़ और बढ़ते हंगामे को देखते हुए पुलिस प्रशासन मामला शांत कराने पहुंचा। इस बीच पीपलकोटी चौकी इंचार्ज प्रदीप रावत 3 होम गार्ड्स के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति व्यवस्था बनाने की मांग की। इसके बाद प्लांट में करंट दौड़ गया और 16 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि 11 लोग घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।