देहरादून: अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, योजना को तत्काल वापस लेने की करी मांग

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उत्तराखंड, दिल्ली, बिहार, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में सेना की नई भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ शुक्रवार को युवाओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। स दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। वही हल्द्वानी में भी भारी संख्या में युवा इस स्कीम का विरोध को लेकर सड़कों पर उतरा है। विपक्षी दल के विरोध को लेकर मोदी सरकार ज्यादा चिंतित नहीं है लेकिन युवा जिस तरह से आंदोलित होकर सड़क पर उतरा है, उसने टेंशन बढ़ा दी है। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि अग्निपथ योजना का विरोध ज्यादातर बीजेपी शासित राज्यों में हो रहा है।

जहां पूरे देश में विरोध हो रहा है वही सियासत भी गरमा गई है, कांग्रेस ने ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। इसके साथ ही कांग्रेस ने तुरंत ही इस फैसले को वापस लेने की मांग की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा कहा आज पूरा देश ‘अग्निपथ’ योजना के कारण जल उठा है। इस योजना के कारण पिछले 3 सालों से देश की सेवा करने के लिए सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवाओं का सपना टूटा है। उन्होंने ‘अग्निपथ’ योजना में कई खामियां बताई। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा आज देश की सीमाएं महफूज नहीं हैं। इस तरह से सरकार सेना का मनोबल तोड़ने वाली योजना ला रही है। उन्होंने कहा देश के युवाओं को 11 लाख रुपए का लालच दिया जा रहा है। उनकी योग्यता का मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा भारत की इकोनॉमी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है, देश और नौजवान का भविष्य खतरे में पड़ गया है।

उन्होंने ‘अग्निपथ’ योजना को केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा हमारा देश चीन, नेपाल और पाकिस्तान जैसे कूटनीतिक चाल चलने वाले देशों की सीमाओं में लगा हुआ है। ये देश कहीं न कहीं भारत को नुकसान पहुंचाने का कदम उठाते रहते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना निश्चित रूप से भारतीय सेना को कमजोर करेगी। उन्होंने कहा सेना के बड़े-बड़े अफसर केंद्र के इस योजना के खिलाफ मुखर हुए हैं। उन्होंने कहा आज सैन्य अधिकारियों को भारत की सुरक्षा की चिंता हो रही है। वही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्हें अपने “मित्रों” की आवाज के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता। वहीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मांग की कि इस योजना को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा, कृषि कानून – किसानों ने नकारा, नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा, जीएसटी – व्यापारियों ने नकारा।” उन्होंने आरोप लगाया, “देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्योंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।”