उत्तराखंड के जोशीमठ में एक बार फिर से भू धंसाव और दरारों का खतरा पैदा हो गया है। इस बार जोशीमठ बदरीनाथ रोड पर करीब 10 किमी में बड़ी दरारें देखने को मिली हैं। यह दरारें जोशीमठ और मरवारी के बीच आई हैं। यह दरारें श्राइन टाउन बदरीनाथ को जोड़ने वाली सड़क पर आईं हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक करीब 9 स्थानों पर इस तरह की दरारें आई हैं और सभी दरारें बिलकुल नई हैं। आशंका है कि निकट भविष्य में इनकी संख्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा एसबीआई शाखा के सामने, रेलवे गेस्ट हाउस के समीप, जीरो बैंड पर फरकिया पानी के पास, चुनार गांव जाने के रास्ते पर, जेपी कंपनी से 100 मीटर आगे, बीआरओ कार्यालय के समीप, मारवाड़ी फॉरेस्ट चौकी के पास, जेपी कंपनी के स्टोर के पास, मारवाड़ी पुल से 100 मीटर पहले हाईवे पर दरारें आई हैं।
बीआरओ की ओर से जिन जगहों पर दरारों को सीमेंट से पाट दिया गया था, वहां फिर से दरारें दिखने लगी हैं। लगातार हो रहे भू-धंसाव से हाईवे की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। आगामी चार धाम यात्रा को देखते हुए यह काफी बड़ा खतरा माना जा रहा है। शनिवार को ही उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा की घोषणा की है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारी संजय उनियाल के मुताबिक यह खतरा काफी बड़ा है। चूंकि चार धाम यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में भक्त और श्रद्धालु बदरीनाथ जाएंगे। उनके बदरीनाथ पहुंचने के लिए यही एकमात्र रास्ता है। ऐसे में भू धंसाव और दरारों की वजह से उनकी जान पर बन सकती है।