उत्तराखंड पर इन दिनों मुसीबत के बादल मंडरा रहे हैं। राज्य में जोशीमठ सहित कई जगहों से जमीन धंसने और मकानों में दरार पड़ने की बात सामने आ रही है। वहीं टिहरी जिले से गुजरने वाली ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेलवे लाइन से टिहरी जिले के नरेंद्रनगर विधानसभा में कई गावों के घरों में भी दरारें पड़ रही हैं। लोग इन दरारों के बाद से डरे हुए हैं। उनका कहना है कि समय रहते प्रशासन उनकी समस्या पर ध्यान दे, कहीं यहां का हाल भी जोशीमठ जैसा न हो जाए। घरों में पड़ रही दरारों को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि गांव में नीचे से गुजरने वाली ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन में हो रही ब्लास्टिंग से घरों में दरारें पड़ रही हैं। टनल पर हो रही ब्लास्टिंग से घर कांप रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि टनल पर की जा रही ब्लास्टिंग से घरों पर मोटी मोटी दरारें पड़ चुकी हैं। आंगन फट चुके हैं, रात को ब्लास्ट होने के बाद उन्हे मजबूरी में घरों से बाहर निकलना पड़ता है, क्योंकि पूरा घर थर्रा जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन के अधिकारी गांव में दरारों की नाप करने तो आ रहे हैं, लेकिन कोई ठोस पहल नहीं हो रही है। लोगों ने कहा कि प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है। उधर जोशीमठ आपदा राहत कार्यो की जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने बताया कि जोशीमठ नगर क्षेत्र में भूधंसाव के कारण 863 भवनों में दरारें मिली हैं जिनमें से 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में है. मिश्र ने बताया कि जोशीमठ में आपदा प्रभावित 278 परिवारों के 933 सदस्यों को सुरक्षा के दृष्टिगत राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।