उत्तराखंड के शहरों में दरारें पड़ने का सिलसिला जारी है। जोशीमठ के बाद अब नैनीताल जिले में दरारें पड़ गईं हैं, जिससे यहां के लोग दहशत में हैं। डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने नैनीताल शहर स्थित टिफिन टॉप मुख्य पर्यटक स्थल/ डेराथी सीट (व्यू प्वांइट) पर दरारे आने तथा भू-स्खलन को देखते हुए गम्भीरता से लेते हुए भू-वैज्ञानिक, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, सहायक अभिन्यता सिंचाई, प्रान्तीय खण्ड लोनिवि, राजस्व एवं वन विभाग की स्थलीय सर्वे हेतु टीम का गठन किया था। सर्वे टीम द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया गया तथा टिफिन टॉप पर हो रहे भू-स्खलन एवं दरारों को रोकने हेतु सुझाव दिये।
टीम द्वारा सर्वे के दौरान पाया कि उत्तरी व दक्षिणी छोर पर पडी दरारे कार्बोनेट चट्टानों की संधियों के मध्य विचलन के कारण उत्पन्न हुई है। सर्वे टीम द्वारा आंकलन कर बताया गया कि जब तक स्थाई रूप से भू-तकनीकी सर्वेक्षण न हो तब तक पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों की सुरक्षा की दृष्टिगत डेराथी सीट व्यू प्वाइंट पर आवागमन पूर्णतः प्रतिबन्धित किया जाय जिलाधिकारी गर्ब्याल ने समिति की सर्वे आख्या के आधार पर पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत डेराथी सीट (व्यू प्वांइट) को आवागमन हेतु प्रतिबन्धित कर दिया हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि संवेदनशील डेराथी सीट (व्यू प्वांइट) स्थल पर चेतावनी, कॉशनबोर्ड के साथ ही प्रवेश स्थल के आस-पास मजबूत तार-बाड़ बेरिकेटिंग तत्काल लगाना सुनिश्चित करें