Tiger Terror in Pauri: पौड़ी जिला प्रशासन ने रिखणीखाल और नैनीडांडा ब्लॉक के बाघ प्रभावित करीब 25 गांवों में शाम सात से सुबह छह बजे तक क्फूर्य लगा दिया है। साथ ही क्षेत्र में धारा 144 भी लागू है। बाघ को पकड़ने के लिए प्रभावित क्षेत्र में पिंजरा लगा दिया गया है और उसे ट्रैंकुलाइज (बेहोश) करने के लिए टीम तैनात कर दी गई है। प्रशासन ने क्षेत्र में दिन के समय भी अकेले आवाजाही न करने की हिदायत जारी की है। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग के आला अधिकारी प्रभावित गांव में डेरा डाले हुए हैं। सोमवार को डीएम डॉ. आशीष चौहान ने भी बाघ प्रभावित डल्ला गांव और सिमली तल्ली पहुंचकर ग्रामीणों, अधिकारियों से वार्ता की और हालात का जायजा लिया।
बाघ क्षेत्र के दर्जनों गांवों में 20 से अधिक मवेशियों को निवाला बना चुके हैं। वहीं बाघों की धमक से लोगों में खौफ का माहौल है। जिसके बाद 25 गांवों में 11 घंटे का रात्रि कर्फ्यू के साथ-साथ धारा-144 लागू कर दिया गया है। इसके साथ ही डीएम ने लैंसडाउन विधानसभा के रिखणीखाल तहसील के अंतर्गत डल्ला गांव पहुंचे। जहां उन्होंने बाघ के हमले में पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। डीएम ने क्षेत्र में उच्च शैक्षणिक संस्थान, प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के आदेश जारी कर दिये गये है। इसके साथ ही वन विभाग की टीम को पिंजरा लगाने और जिला प्रशासन की टीम को गांवों में सोलर लाइटों को लगाने का आदेश भी दिया है। लोगों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने धुमाकोट तहसील और रिखणीखाल तहसील क्षेत्र में धारा 144 लगा गिया गया है।