उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 11 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। नौ मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मरीजों की संख्या 172 हो गई है।
आठ जिलों में एक भी संक्रमित नहीं मिला
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को पांच जिलों बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़, टिहरी और उत्तरकाशी जिले में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं, अल्मोड़ा, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और ऊधमसिंह नगर में एक-एक व देहरादून में दो और नैनीताल में तीन संक्रमित मरीज मिले हैं।
संक्रमण दर 0.11 प्रतिशत पहुंची
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 344364 हो गई है। इनमें से 330608 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7411 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.11 प्रतिशत दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने गढ़वाल विवि में लिए 199 सैंपल
वहीं कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने श्रीनगर एचएनबी गढ़वाल विवि के चौरास परिसर में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों की आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल लिए। पहले दिन 199 लोगों के सैंपल लिए गए। मंगलवार को भी सैंपल लिए जाएंगे।
भारत में ओमिक्रॉन की दस्तक और तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सजग हो गया है। इसके तहत फ्रंट लाइन वर्कर्स और शिक्षण संस्थानों में सैंपिलिंग की जा रही है। सोमवार को कीर्तिनगर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गढ़वाल विवि के चौरास परिसर के कंप्यूटर साइंस विभाग में आरटीपीसीआर जांच हेतु सैंपल लिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कीर्तिनगर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अमन सैनी ने बताया कि विवि में 199 छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के सैंपल लिए गए।
इधर, गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने बताया कि लंबे समय बाद ऑफलाइन पढ़ाई संचालित होने पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से विवि में बाहरी क्षेत्रों से आने वाले छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट और वैक्सीनेशन की जानकारी ली जा रही है।
सैनिक अस्पतालों में शुरू हुए ऑक्सीजन प्लांट
प्रदेश के तीन सैनिक अस्पतालों में सोमवार को ऑक्सीजन प्लांट की शुरूआत की गई। दून, रुड़की और पिथौरागढ़ के अस्पतालों में वहां की वीर नारियों ने अधिकारियों की मौजूदगी में इन प्लांट का उद्घाटन किया। सेना का दावा है कि अब यह अस्पताल ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो गए हैं। यहां किसी भी वक्त ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी।
सैनिक अस्पताल देहरादून में 400 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट की शुरूआत की गई। यहां यह उद्घाटन वीर नारियों लक्ष्मी तोमर(शहीद सुबेदार अजय वर्द्धन की पत्नी) और निर्मला रावत (शहीद लांस नायक चंदरबीर रावत की पत्नी) ने किया। इस दौरान कार्यक्रम में उत्तराखंड सब एरिया के डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर अनिर्बन दत्ता और कमांडेंट एमएच ब्रिगेडियर एमएस बिष्ट और अधिकारी मौजूद रहे। अस्पताल के पास दो लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट पहले से संचालित हो रहे हैं। लेकिन, यह प्लांट खुद ऑक्सीजन बना सकता है। इससे महामारी के समय किसी भी प्रकार की जरूरत को पूरा किया जा सकता है।
सैनिक अस्पताल रुड़की में 667 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट की शुरूआत हुई। इस दौरान स्टेशन कमांडर, स्टेशन हैडक्वाटर रुड़की ब्रिगेडियर राजेश सिंह, वीएसएम व कर्नल एसके मानव आदि अधिकारी मौजूद रहे। प्लांट का उद्घाटन वीर नारी बीना शर्मा पत्नी स्वर्गीय सूबेदार मेजर (62 इंजीनियर रेजीमेंट से सेवानिवृत्त) और तिलक राज के हाथों किया गया।
सैनिक अस्पताल पिथौरागढ़ में 800 लीटर प्रति मिनट की क्षमता के प्लांट का उद्घाटन नीमा देवी पत्नी स्वर्गीय सूबेदार हीरा सिंह ने किया। सूबेदार हीरा सिंह की मृत्यु भी कोविड संक्रमण से मई 2021 में हुई थी। इस दौरान स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर सौरभ शिंदे व अन्य अधिकारी मौजूद रहे