अस्पताल में चल रहा आनंद स्वरूप का उपचार
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने उन चर्चाओं का खंडन किया है। जिनमें चल रहा है कि धर्म संसद सभा का स्थान बदला जा रहा है। आनंद स्वरूप ने बताया कि प्रतिकार सभा पूर्व में निर्धारित स्थान सर्वानंद घाट पर ही होगी। फिलहाल उनका जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। उनका कहना है कि सभा में सनातन धर्म पर हो रहे कुठार को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। वहीं, तीन दिन से चल शत चंडी महायज्ञ भी आज पूर्णाहूति के बाद पूरा हो जाएगा।
उत्तरी हरिद्वार के खड़खडी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक धर्म संसद हुई थी। इसके बाद धर्म संसद में नफरती भाषण का वीडियो वायरल हुआ था। आरोप है कि धर्म विशेष के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया गया। मामला सुर्खियों में आया तो वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी, संत धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा भारती, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद और सागर सिंधु महाराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया
मुकदमे की वापसी और एसआईटी रद्द की मांग को लेकर संतों ने बैरागी कैंप में प्रतिकार सभा का एलान किया था, लेकिन अब सभा सर्वानंद घाट पर अनशन स्थल पर होगी। वहीं समुदाय विशेष की महिलाओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी के मामले में पुलिस शनिवार रात जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर लिया। वह सर्वानंद घाट पर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में अनशन पर बैठे थे।
प्रतिकार सभा में कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। पहले इसमें हजारों संतों के आने की उम्मीद थी। मगर कोरोना को देखते हुए अब 500 के करीब संत ही शामिल होंगे। प्रतिकार सभा सर्वानंद घाट पर होगी।
-स्वामी आनंद स्वरूप, संयोजक धर्म संसद