केदारनाथ पुनर्निर्माण के तहत दूसरे चरण में होने वाले यात्री सुविधाओं के कार्यों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिलान्यास कर सकते हैं। लगभग 160 करोड़ की लागत से कई कार्य किए जाने हैं। इन कार्यों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है। पीएम के दौरे की संभावनाओं को लेकर शासन व प्रशासन अपनी तैयारी कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट
केदारपुरी का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पीएमओ के दिशा-निर्देश पर ही केदारनाथ धाम में निर्माण कार्य चल रहे हैं। कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत कई सार्वजनिक उपक्रमों की ओर से पुनर्निर्माण कार्यों के लिए करोड़ों रुपये की राशि दी गई है।
सात अक्तूबर को आ सकते हैं प्रधानमंत्री केदारनाथ धाम
दूसरे चरण में केदारनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए अस्पताल, पुलिस सहायता केंद्र, कमांड कंट्रोल कार्यालय, मंदिर तक जाने वाले रास्ते में रेन शेल्टर, बिजली, पानी, सीवरेज, वाटर एटीएम, गौरीकुंड में प्रवेश द्वार, सोनप्रयाग में रेन शेल्टर का निर्माण किया जाना है। संभावना है कि सात अक्तूबर को प्रधानमंत्री केदारनाथ धाम आ सकते हैं।
हाल ही में प्रधानमंत्री के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने भी केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी इस बात को कह चुके हैं कि केदारनाथ धाम के दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास प्रधानमंत्री से कराया जाएगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात अक्तूबर से उत्तराखंड के दौरे पर आ सकते हैं, इसी दौरान वो केदारनाथ भी जा सकते हैं।
पीएम के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू
सात अक्तूबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में तैयार 162 पीएसए आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने कसरत शुरू कर दी है। गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन और डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग, जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार और एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने एम्स में आयोजन स्थल का निरीक्षण किया।
गुरुवार को गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन और डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग एम्स ऋषिकेश पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने सबसे पहले पीएसए प्लांट का जायजा लिया। इस दौरान एम्स के अधिकारियों ने गढ़वाल आयुक्त और डीआईजी को प्लांट से संचालक और पीएसए तकनीक से संबंधित जानकारी दी। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल पार्किंग का जायजा लिया। यहां से टीम सीधा हैलीपैड पहुंची। एम्स के अधिकारियों ने टीम को बताया कि हैलीपैड पर तीन एमआई-17 विमान के उतरने के लिए पर्याप्त जगह है।
दोनों अधिकारियों ने सेफ हाउस के लिए प्रस्तावित प्रशासनिक भवन और वीआईपी आवास को देखा। निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों पूरा ध्यान प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर केंद्रित रहा। निरीक्षण के दौरान एम्स के एकेडमिक हेड प्रोफेसर मनोज कुमार गुप्ता, मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. संदीप मित्तल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एम्स शशिकांत आदि थे।
प्रधानमंत्री दो अक्तूबर को करेंगे भट्टा-क्यारकुली गांव के लोगों से संवाद
प्रधानमंत्री हर घर जल, जल जीवन मिशन के तहत प्रधानमंत्री गांधी जयंती पर मसूरी के भट्टा-क्यारकुली गांव की ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति से संवाद करेंगे। वर्चुअल संवाद दो अक्तूबर को सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक चलेगा। ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति की अध्यक्ष कौशल्या रावत ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर गांव के लोगों में काफी उत्साह है। गांव में अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं।
महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों से सीधा संवाद करेंगे। इसमें मसूरी का क्यारकुली गांव का भी चयन किया गया है। देशभर के गांवों के साथ क्यारकुली गांव के लोगों से भी प्रधानमंत्री वर्चुअल ग्रामीणों से जल जीवन मिशन पर वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारी गांव पहुंच रहे हैं और कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं।
गुरुवार को नमामि गंगे, जल संस्थान, भारत सरकार के अधिकारी, एनआईसी की टीम गांव पहुंची और तैयारी को अंतिम रूप दिया। कार्यक्रम के लिए गांव के पंचायती चौक पर वाटरप्रूफ टेंट लगाया गया है। ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति की अध्यक्ष कौशल्या रावत ने बताया कि प्रधानमंत्री से संवाद हमारे लिए गर्व की बात है। गांव के लोगों में कार्यक्रम को लेकर बड़ा उत्साह है। गांव में लगे टेंट में एलसीडी आदि उपकरण लग चुके हैं। गुरुवार को जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता नमित रमोला, ईई जल संस्थान केसी पैन्यूली, एई टीएस रावत, अभय भंडारी, राकेश रावत आदि ने तैयारियों का जायजा लिया।
सीडीओ नितिका खंडेलवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री के संवाद के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। संवाद के दौरान प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के तहत गांव में हुए कार्यों पर बात करेंगे। क्यारकुली गांव का चयन प्रधानमंत्री कार्यालय से हुआ है।