ऋषिकेश: सीएम धामी ने किया रानीपोखरी मोटर पुल का निरीक्षण, पांच दिन में तैयार होगा वैकल्पिक मार्ग

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ऋषिकेश के रानीपोखरी में बीती 27 अगस्त को ढहे जाखन नदी पर बने पुल का सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से पुल को हुए नुकसान की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि चार महीने के अंदर नए पुल का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग का निर्माण जल्द शुरू किया जा रहा है।

इसके लिए शासनादेश लाकर टेंडर की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाएगा। पुल क्षतिग्रस्त होने के मामले की जांच में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी लिया जायजा
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी सोमवार को रानीपोखरी पुल के टूटे हुए हिस्से का जायजा लिया। वहीं, जिलाधिकारी भी पुल के निरीक्षण के लिए पहुंचे। अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि रिवर ट्रेनिंग पर कोर्ट ने रोक लगाई है।

 

पुलों के लिए खतरा बन रहा नदियों में अवैध खनन
जाखन, सौंग, बिदालना और चंद्रभागा नदी में खनन के कारण आसपास के पुलों को नुकसान हो रहा है। दरअसल संबंधित विभाग खनन का पट्टा जारी कर चैन की नींद सो जाते हैं। जिससे नदियों में रात में अवैध खनन पर भी जोरों पर चलता है। जाखन नदी में जिस स्थान पर मोटरपुल ढहा उसके ऊपर की ओर थानों रेंज में है। नीचे की ओर बड़कोट रेंज में है।

बड़कोट रेंज में 200 मीटर नीचे जनवरी 2020 को खनन पट्टा जारी हुआ था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां पर वैध पट्टों के साथ अवैध खनन भी होता आ रहा है। सौंग नदी में गूलरघाटी, बक्सरवाला-कालूवाला, माजरी और धर्मूचक में खनन होता है। जाखन नदी में रानीपोखरी (पेट्रोल पंप के नजदीक), भोगपुर में वन विकास निगम देहरादून की ओर से खनन किया जाता है। बिदालना नदी में खनन पट्टे जारी नहीं होते। लेकिन यहां रात में ट्रैक्टर-ट्रॉली से खनन किया जाता है।

कभी कभार वन विभाग एक दो ट्रैक्टर पकड़ती है, ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी में चोरपानी से चंद्रेश्वरनगर के तट तक अवैध खनन किया जाता है। यहां रातभर घोड़े खच्चरों से नदी का रेता बजरी बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के डंपिंग जोन में डंप की जाती है। वन विभाग और सिंचाई विभाग खनन के पट्टे तो जारी कर देते हैं। लेकिन इसके बाद अधिकारी खनन साइट पर झांकने की जहमत नहीं जुटाते। ऐसे में खननकारी मनचाहे ढंग रेता बजरी का चुगान करते हैं।