रुड़की में खनन माफियाओं द्वारा ग्रामीणों के साथ मारपीट किए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी किए जाने पर अड़े रहे। इस दौरान जाम खुलवाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। जिसके बाद मौके पर भारी हंगामा हो गया। पुलिस और ग्रामीणों में जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। बताया जा रहा है कि एम्बुलेंस में खनन माफियाओं की मारपीट में घायल हुए ग्रामीणों को को जबरदस्ती ले जाने पर मामला ज्यादा बिगड़ गया। ग्रामीण एम्बुलेंस के आगे बैठ गए, जिनको पुलिस ने जबरन उठाया। करीब दो घंटे बाद ग्रामीणों ने खनन माफिया और दो पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद हाईवे खोल दिया। रुड़की में गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव के लोगों का आरोप है कि गांव से कई ट्रैक्टर-ट्रॉली जो की नदी से रेत खनन करके लाती हैं, वह गुजरती हैं।अक्सर इसके कारण ग्रामीण दुर्घटनाओं का शिकार होने से बचे हैं और सड़कों का भी बुरा हाल हो गया है।
बताया गया कि रविवार को खनन माफिया ग्रामीण फुरकान पुत्र जहूरा के नदी किनारे स्थित खेत से मिट्टी उठा रहे थे। तभी खेत मालिक ने विरोध किया तो खनन माफियाओं ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी।
विरोध करने पर खनन कर रहे लोग सरियों और फावड़ों के साथ मारपीट पर उतारू हो गए। इस मारपीट में फुरकान, नूरआलम, शफक्कत और इमरान घायल हो गए।
वहीं ग्रामीणों के घायल होने के बाद काफी संख्या में ग्रामीण हाईवे पर एकत्र हो गए और हाईवे पर प्रदर्शन करने लगे। इसके साथ ही हाईवे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली और गाड़ियां खड़ी कर जाम लगा दिया।
हाईवे जाम होने की सूचना पाकर मौके पर पुलिस अधिकारी मय फोर्स पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़ गए।
ग्रामीणों का कहना था कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक जाम नहीं खोला जाएगा। वहीं पुलिस को ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा।
सीओ विवेक कुमार ने बताया कि मामले में खनन माफियाओं को चिन्हित किया जा रहा है और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया है।
वहीं इसी दौरान जब मारपीट में घायल ग्रामीणों को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया जाने लगा तो ग्रामीण उग्र हो गए और वाहन के सामने बैठ गए। जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया।