फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत द्वारा सिखों, किसानों एवं देश की आजादी को लेकर किए गए बयानों से आक्रोशित रा
ज्य के सिखों मेें खास आक्रोशित हैं। उत्तराखंड सिख फेडरेशन के बैनर तले सिख समाज के लोगों ने राजधानी दून में फिल्म् अभिनेत्री कंगना रणौत की तस्वीर पर कालिख पोत कर पुतला दहन किया गया। फेडरेशन पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर फिल्म अभिनेत्री के खिलफ कार्रवाई की मांग की। यूनाइटेड सिख फेडरेशन अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने कहा कि कहा कि 500 साल के इतिहास में देश में सिखों का गौरवशाली इतिहास रहा है और सिख गुरुओं ने सदैव आपसी प्रेम व सद्भाव का संदेश पूरे विश्व को दिया और देश की आजादी में लाखों सिखों ने कुर्बानियां दी है। देश- दुनिया में आयी किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने में सिखों ने जान की बाजी लगा दी। देश की मजबूती में अपना योगदान दिया तथा देश की एकता और अखंडता के लिए सीमाओं पर अपनी शहादतें दी।
लेकिन फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत विगत कुछ वर्षों से देश के महान नेताओं, किसानों, भारत देश की आजादी एवं सिख समाज के प्रति लगातार आपत्तिजनक टिप्पणियां व निम्न स्तरीय भाषा का इस्तेमाल कर रही अपमान कर रही है जिससे उत्तराखंड समेत देश के तमाम सिख आहत है। ऐसी महिला अभिनेत्री के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय। साथ ही इन्हें हाल ही में ही दिया गया पदमश्री अवार्ड के साथ ही अन्य अवार्ड वापस लिए जाय। देश में एकता व समाज में आपसी सौहार्द एवं सद्भाव बनाए रखने के लिए कंगना रणौत पर कार्रवाई जरूरी है। पुतला दहन एवं जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित करने के अवसर पर हरमोहिंदर सिंह, जगजीत सिंह, गुरबख्श सिंह राजन, जगमिंदर सिंह छाबड़ा, राजेंद्र सिंह राजा, जयवीर सिंह बाली, साहब सिंह ढिल्लों, अमरजीत सिंह, नवतेज पाल सिंह, सुमित्तर भुल्लर, लाल चंद शर्मा, जगदीश तनेजा, राजेश चमोली, मोहन कुमार काला, प्रभजोत मोहार, गुरूसेवक मोहार, बलमीत सिंह, देवेन्द्र सिंह भसीन, हरपाल सिंह सेठी, रविंद्र सिंह, गुरजिंदर सिंह, शमशेर सिंह, बीएम सिंह, प्रभजीत सिंह दुग्गल, मनोहर सिंह, मदन मोहन कोहली, जसबीर सिंह, गोल्डी रात्रा जसविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह मंजीत सिंह समेत कई शामिल रहे।