देहरादून राजधानी की सड़कों व बाजारों में बिना मास्क के घूमने वालों को यह खबर सावधान करने वाली है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में प्रशिक्षण लेने आए कई राज्यों के 11 वरिष्ठ आईएफएस अधिकारियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जिला प्रशासन की ओर से सारे एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
कोविड के उचित व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करवाएं
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्य सचिव, डीजीपी और स्वास्थ्य सचिव को निर्देए दिए हैं। उन्होंने कहा है कि वह सार्वजनिक स्थानों पर कोविड के उचित व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करवाएं और कोविड के नए वैरियंट के मद्देनजर अस्पतालों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम परीक्षण और दिशानिर्देशों का पालन करने पर केंद्रित और सतर्क हैं। हम आवश्यक उपाय करके संक्रमण को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
इतना देना होगा जुर्माना
जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत दी है कि बिना मास्क के घर से बाहर निकलने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पहली बार बिना मास्क के पकड़े गए लोगों से पांच रुपये का जुर्माना वसूला जाय। वहीं दूसरी बार पकड़े जाने पर सात रुपये और तीसरी बार पकडे़ जाने पर एक हजार रुपये का जुर्माना लिया जाए।
इतना ही नहीं जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार का कहना है कि कोरोना को लेकर केंद्र व राज्य सरकार की ओ से जो भी गाइडलाइन जारी की गई हो उसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाए। जो भी गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहा है, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
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कोरोना बीमारी को दावत दे रहे बिन मास्क लगाए लोग
जिलाधिकारी का कहना है कि देखने में आ रहा है कि राजधानी की सड़कों और बाजारों में तमाम लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं जो कोरोना बीमारी को दावत दे रहे हैं। जिलाधिकारी का कहना है कि पलटन बाजार समेत राजधानी के प्रमुख बाजारों के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर अभियान चलाया जाएगा और जो भी लोग बिना मास्क के पकड़े जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
निरंजनपुर सब्जी मंडी में किसी भी दिन फैल सकता है कोरोना
बता दें कि निरंजनपुर स्थित मंडी में प्रतिदिन सुबह हजारों की संख्या में आढ़ती, कारोबारी व आम शहरी आते हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इन तमाम आढ़तियों, कारोबारियों द्वारा मास्क का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
अमर उजाला संवाददाता ने जब मंडी समिति का भ्रमण किया तो ज्यादातर आढ़ती, कारोबारी बिना मास्क के नजर आए। यह पूछने पर कि आखिरकार मास्क क्यों नहीं लगा रखा है? तो ज्यादातर आढ़तियों, कारोबारियों का सीधा जवाब था कि कोरोना बीमारी समाप्त हो गई है और उन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं लिहाजा वह मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। लेकिन शायद ही लोगों को इस बात की जानकारी है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले लोगों को भी दोबारा कोरोना संक्रमण हो रहा है जो चिंताजनक पहलू है।