शिक्षा और रोजगार का वादा कर युवाओं का दिल जीत गए केजरीवाल 

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शिक्षा और रोजगार का वादा कर दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल युवाओं का दिल जीत गए। दिल्ली में बदले एजुकेशन सिस्टम से युवा सबसे अधिक प्रभावित हैं। वे उत्तराखंड के भी सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदलता देखना चाहते हैं।

युवाओं का मानना है कि अगर एजुकेशन सिस्टम को मजबूत किया जाए तो भविष्य अपने आप संवर जाएगा। इसलिए यहां भी एजुकेशन सिस्टम को बदलने का वादा करने वाले केजरीवाल पर युवाओं का भरोसा है। वहीं केजरीवाल के बिजली फ्री देने के वादे से महिलाएं खुश हैं।

 

केजीवाल का काम अच्छा इसलिए वोट पक्का
भाजपा-कांग्रेस के वादों से अब लोग परेशान हो गए हैं। अच्छी शिक्षा देने की बात कोई नेता नहीं करता। इसलिए अब लोगों को जागरूक होना चाहिए। दिल्ली में एजुकेशन सिस्टम को केजरीवाल ने जिस तरह बदला है, वो हमारे सामने है। उन्होंने अपना काम दिखाया है।
– क्षितिज फरासी, अजबपुर

छोटे से भाषण में विजन बता गए केजरीवाल
केजरीवाल अपने छोटे से भाषण में पूरा विजन बता गए। उन्होंने उत्तराखंडवासियों से भी वही वादे किए, जो वे पूरा करेंगे। उनके भाषण में उनकी ईमानदारी साफ दिखाई दी। अब तक हमारे पास केवल दो ही विकल्प थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। तीसरा विकल्प भी राज्य के लोगों के सामने है। हम हमेशा भाजपा-कांग्रेस को मौका देते आए हैं, लेकिन शिक्षा की बात हो या आमजन को सुविधाएं देने की। दोनों ही पार्टियां लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। मुझे लगता है कि केजरीवाल को इस बार सपोर्ट करके उत्तराखंड का नवनिर्माण किया जा सकता है।
– हरजिंदर सिंह, मसूरी

सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदलने की उम्मीद
दिल्ली हमारे सामने सबसे बड़ा उदाहरण है। आम आदमी पार्टी ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मुझे दिल्ली की तरह उत्तराखंड में भी सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदलने की उम्मीद है। भाजपा और कांग्रेस को देख लिया है। केवल वादों तक ही ये दोनों पार्टियों सीमित रही हैं। मुझे लगता है कि पहली बार एक अच्छा विकल्प मिल रहा है। अगर हम उत्तराखंड की बदलता देखना चाहते हैं, तो केजरीवाल जैसे पढ़े-लिखे नेता की जरूरत है।
– वसीम आलम, हरिद्वार

फ्री बिजली की घोषणा से खुश महिलाएं
फ्री बिजली अगर मिलती है, तो यकीनन ये बहुत बड़ी राहत उत्तराखंडवासियों के लिए होगी। केजरीवाल के पास हर वर्ग के लिए योजना है। लोगों की मूल जरूरतों को पूरा करने पर उनका ध्यान है। जो समाज के हर वर्ग के बारे में सोच रहा है। उसे मौका क्यों नहीं दिया जाना चाहिए। सबसे खास बात ये है कि वे अपने काम से लोगों का भरोसा कमा रहे हैं। इतने वर्षों से बारी-बारी कर सत्ता में बैठी भाजपा-कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियां इतने छोटे से राज्य के लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं दे सकी। केजरीवाल ने जैसे दिल्ली की तस्वीर बदली है, उत्तराखंड को भी बदलेंगे।
– मीनू राव, टर्नर रोड, धर्मपुर

राज्य की मूल समस्याओं पर बात करने वाले पहले नेता केजरीवाल
शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन जैसे मुद्दों पर बात करने से यहां के नेता कतराते हैं। क्योंकि वे जानते हैं कि इन मुद्दों पर उन्होंने कोई काम किया ही नहीं है। शिक्षा का स्तर सुधरेगा तो हमारे बच्चों को भविष्य भी सुधरेगा। राज्य में ही अगर अच्छी शिक्षा मिलेगी तो युवाओं को बाहर रुख नहीं करना पड़ेगा। राज्य में ही अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार मिलने लगे तो पलायन अपने आप रुक जाएगा।
– सोनिया पंवार बेनीवाल

भाषण ही नहीं काम भी काबिले तारीफ
आज तक मैंने बीजेपी-कांग्रेस को समर्थन दिया है, लेकिन दोनों पार्टियों का काम देख लिया। अभी तक तीसरा बेहतर विकल्प नहीं था। इसलिए मजबूरी थी। पर अब मजबूरी नहीं है। महिलाओं के लिए एक हजार रुपये देने के घोषणा बहुत अच्छी है। अब तक केजरीवाल ने अपने वादे पूरे किए है। इसलिए उन पर भरोसा किया जा सकता है। उनका भाषण ही नहीं बल्कि काम काबिले तारीफ है। इस राज्य को केजरीवाल जैसे पढ़े-लिखे नेता की जरूरत है।
– मीनू बाला, विकासनगर