भाजपा से निष्कासित किए जाने पर हरक सिंह रावत ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत से आने वाली है। मैं अब कांग्रेस से बातचीत करूंगा और मैं कांग्रेस में ही जाऊंगा। इसके अलावा किसी पार्टी में नहीं जाऊंगा। बिना शामिल हुए भी मैं कांग्रेस के लिए काम करूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में अगर नहीं आया होता तो बीजेपी को चार साल पहले ही छोड़ देता। मुझे कोई मंत्री पद का शौक नहीं है। मैं सिर्फ काम करना चाहता था। मैं अब कांग्रेस पार्टी से बात करूंगा।
हरक सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर चले एक मनगढ़ंत समाचार को आधार बनाकर उन्होंने इतना बड़ा निर्णय ले लिया जबकि मेरे सबसे अच्छे संबंध थे। उन्होंने मुझसे बिना बात किए हुए इतना बड़ा निर्णय ले लिया। मुझे लगता है कि विनाश काले विपरीत बुद्धि।
कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मुझे दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया है। ट्रैफिक के चलते थोड़ी देर हो गई। मैं उनसे और गृह मंत्री अमित शाह से मिलना चाहता था। लेकिन जैसे ही दिल्ली पहुंचा, मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि उन्होंने (भाजपा ने) मुझे निकाल दिया।