उत्तराखंड के सतखोल में सलमान खुर्शीद के कॉटेज में हुई आगजनी, तोड़फोड़ और फायरिंग की घटना की जांच अब एसओजी प्रभारी को सौंपी गई है। अब तक जांच सब इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी कर रहे थे। बृहस्पतिवार को पकड़े गए चार आरोपियों के बयान के आधार पर 14 से 15 संदिग्धों की पहचान में पुलिस जुटी हुई है।
सलमान खुर्शीद की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ में हिंदुओं के लिए की गई टिप्पणी से नाराज होकर उनके कॉटेज के शीशे तोड़ दिए और घर के दरवाजे पर आग लगा दी थी। पुलिस ने केयरटेकर की तहरीर पर राकेश कपिल समेत 20 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
चार आरोपी हो चुके गिरफ्तार
मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही मामले की जांच एसओजी प्रभारी धर्मवीर सिंह सोलंकी को सौंप दी गई है। इससे पहले रामगढ़ चौकी इंचार्ज मनोज आर्य जांच कर रहे थे। पुलिस टीमें अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
कुंदन चिलवाल के आह्वान पर गए थे
भवाली कोतवाली में चारों ने पुलिस को बताया कि वे कुंदन चिलवाल के आह्वान पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के घर पर गए थे। उन्होंने सिर्फ पुतला फूंका और नारेबाजी की थी। इस दौरान उन्होंने सलमान खुर्शीद के केयर टेकर के साथ गालीगलौज और अभद्रता की थी। आवेश में आकर खुर्शीद के मकान पर आगजनी और फायरिंग कर दी। चारों ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने और सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने पर वे अपने वकील के पास हल्द्वानी जा रहे थे लेकिन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मामले की जांच एसओजी प्रभारी को सौंपी गई है। पुलिस ने चार आरोपियों को जेल भेज दिया है। साथ ही अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस बेवजह किसी भी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं करेगी।
– डॉ. जगदीश चंद्र, एसपी सिटी