एसडीआरएफ के 11 जवानों के दल ने गंगोत्री-1 (21889 फीट) को सफलतापूर्वक फतह कर लिया है। यह आरोहरण बुधवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे समाप्त हुआ। इस दल को गत नौ सितंबर को पुलिस मुख्यालय से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरी झंडी दिखा रवाना किया था। अभियान महिला इंस्पेक्टर अनिता गैरोला की अध्यक्षता में शुरू किया गया था।
एसडीआरएफ के कमांडेंट नवनीत भुल्लर ने बताया कि पर्वतारोहण मात्र एक अभियान नहीं, बल्कि प्राण पोषक और जीवन बदलने वाला अनुभव हो सकता है। रोमांच से भरे इस सफर में दृढ़ता और धैर्य दोनों आवश्यक हैं।
इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए इस 17 सदस्यीय टीम का चयन भी किया गया था। गंगोत्री-1 को समिट करने के लिए टीम को लगातार तीन दिनों तक खराब मौसम व बर्फबारी के कारण समिट कैंप में ही इंतजार करना पड़ा। मंगलवार रात 12:30 बजे मौसम थोड़ा ठीक होते ही टीम ने समिट के लिए समिट कैंप से आरोहण शुरू किया।
बुधवार सुबह करीब सवा आठ बजे गंगोत्री-1 को सकुशल फतह कर उत्तराखंड पुलिस का झंडा फहराया गया। एसडीआरएफ ने अभियान के माध्यम से एक नया कीर्तिमान रचा है। यह उत्तराखंड पुलिस के इतिहास में पहली बार है कि पर्वतारोहण अभियान की कमान एक महिला इंस्पेक्टर अनिता गैरोला ने संभाली थी। इसके अतिरिक्त 11 सदस्यीय टीम में कांस्टेबल प्रीति मल्ल भी शामिल रहीं। मल्ल ने प्रथम महिलाकर्मी होने का गौरव हासिल किया है।