सीएम और मंत्रियों की दिल्ली दौड़ ने चढ़ाया राजनीतिक पारा, मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज

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Uttarakhand BJP: प्रदेश में भाजपा की अंदरूनी राजनीति में बड़ी हलचल के संकेत हैं। अंकिता हत्याकांड और विधानसभा में अवैध नियुक्तियां निरस्त करने को लेकर चल रही कार्रवाई के बीच मंत्रियों की दिल्ली दौड़ ने चढ़ाया राजनीतिक पारा बढा दिया। सीएम धामी के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडड़़ी ने भी दिल्ली का रुख किया। देर सायं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत भी दिल्ली जाने वालों की कतार में सम्मिलित रहे। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो चुके इन दोनों प्रकरणों से असहज केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री समेत इन तमाम नेताओं से फीडबैक लिया है।

मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की। समझा जा रहा है कि लगभग 40 मिनट की मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने अंकिता हत्याकांड व भर्ती प्रकरणों को लेकर सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख एवं उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी से भी अलग-अलग भेंट की। इस दौरान भी राज्य के घटनाक्रमों को लेकर चर्चा हुई। उधर, मुख्यमंत्री धामी की इन मुलाकातों को मंत्रिमंडल में फेरबदल और कुछ मंत्रियों के विभाग बदलने से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

चर्चा है कि दिल्ली से लौटने के बाद इस बारे में मुख्यमंत्री निर्णय ले सकते हैं। पुष्कर सिंह धामी सरकार इन दोनों ही घटनाक्रम में सख्ती बरतने से पीछे नहीं हट रही है। विधानसभा के पिछले दो कार्यकाल की 228 भर्तियों को निरस्त किया जा चुका है। अंकिता हत्याकांड में तीन आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सरकार के एक्शन मोड में होने के बावजूद मुख्यमंत्री धामी मंगलवार दोपहर अचानक अपने अन्य काम छोड़कर दिल्ली गए। यद्यपि उनके दौरे को केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति जी किशन रेड्डी से मुलाकात के कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है।

प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महेंद्र भट्ट का कहना है क‍ि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मेरे मित्र हैं। वह बीते दिन हरिद्वार आए थे, लेकिन पंचायत चुनाव में व्यस्तता के कारण मेरी उनसे भेंट नहीं हो पाई। लोकसभा अध्यक्ष ने आज मुलाकात का समय दिया, इसलिए उनसे मिलने दिल्ली गया हूं। पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है। मुझे तो मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने के बारे में भी रास्ते में ही पता चला।