पहाड़ों में तबाही ! | Rudraprayag | Uttarakhand News | Cloudburst | Breaking News

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उत्तराखंड में फिर दरक गए पहाड, गढ़वाल से कुमाऊं तक मचा हाहाकार। सब ये ही कह रहे हैं हे भगवान बचा लो। दगड़ियों पहाड़ में तबाही और मैदान में बाढ़ ने बढा दी परेशानी। Disaster In Himalayan State दगड़ियो उत्तराखंड में बीती रात से लगातार हो रही भारी बारिश ने पूरे प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। राज्य के पहाड़ी और मैदानी दोनों क्षेत्रों में आपदा से तबाही है। कहीं पहाड़ टूटकर सड़कों पर गिर रहे हैं तो कहीं नदियों और नालों का पानी हाईवे को डुबो रहा है। कुमाऊं और गढ़वाल दोनों क्षेत्रों की मुख्य सड़कों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है, जिससे हजारों लोग फंसे हुए हैं। दगड़ियो रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश के चलते सबसे बड़ा नुकसान देखा गया। विजय नगर के पास केदारनाथ हाईवे में लंबी-लंबी दरारें आ गई हैं। मंदाकिनी नदी के तेज कटाव के कारण यह स्थिति बनी है। इसके अलावा डोलिया देवी के पास भी एक पूरा पहाड़ टूटकर सड़क पर गिर गया, जिससे हाईवे पूरी तरह बंद है। दगड़ियों बसुकेदार क्षेत्र में तो हालात और भी खराब दिखाई दिए हैं। यहां का मुख्य संपर्क मार्ग छेनागाड़ से होकर गुजरता है, लेकिन वह जगह-जगह बंद हो चुका हो गया। राहत और बचाव टीमों को यहां तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है।

छेनागाड़ के पास करीब 200 मीटर सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। दगड़ियों रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) के इंजीनियरों को तुरंत आदेश दिए गए है। जिन स्थानों पर पशु मलबे में फंसे हुए हैं, वहां जेसीबी भेजी जा रही है, साथ ही पशु चिकित्सा विभाग को प्रभावित गांवों में चारा और इलाज की सुविधा पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। बात कुमाऊं क्षेत्र की दगड़ियो यहां भी हालात चिंताजनक बने हुए दिखाई दिए हैं। हल्द्वानी-भीमताल स्टेट हाईवे पर भारी भूस्खलन के कारण सड़क बंद हो गई है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच चुकी है, और PWD की टीम जेसीबी से मलबा हटाने का काम कर रही है। यह वही इलाका है जहां दो साल पहले भी भारी लैंडस्लाइड हुआ था, और तब सड़क को खोलने में एक महीने से ज्यादा का समय लगा था। दगड़ियो अबकी बार भी अल्मोड़ा और भीमताल को जोड़ने वाला लोहे का पुल खतरे में है। ऐसे में इस रूट के वाहन चालकों को नैनीताल के रास्ते लंबा सफर तय करना पड़ रहा है।

दगड़ियो प्रदेश का महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग-309 भी भारी बारिश के कारण बंद हो गया। रामनगर, काशीपुर और बुआखाल के बीच शुक्रवार सुबह से ट्रैफिक पूरी तरह रुका हुआ दिखाई दिया। धनगढ़ी नाले में पानी का स्तर काफी ऊपर पहुंच गया है और हाईवे जलमग्न हो चुका है। इस कारण प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है और लगातार हालात पर नजर रख रही है। हाईवे पर फंसे वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। सैकड़ों वाहन रामनगर, काशीपुर और आसपास के इलाकों में फंसे हुए हैं। इन बंद मार्गों के कारण कुमाऊं और गढ़वाल के कई जिलों का संपर्क टूट गया है। पौड़ी और अल्मोड़ा जैसे जिले इस मार्ग से सीधे जुड़े हैं। अब इन क्षेत्रों के लोगों को वैकल्पिक रास्तों से लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। कई क्षेत्रों के लिए तो कोई वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध ही नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल बरसात में धनगढ़ी नाला खतरा बनता है, लेकिन इस बार स्थिति पहले से भी गंभीर है। सड़क पर कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई दिखाई दी। दोस्तो मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस कारण प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम साफ होने तक इंतजार करें।

विशेषज्ञों का मानना है कि हालात सामान्य होने और सड़कों के फिर से खुलने में अभी कई दिन लग सकते हैं। दगड़ियो उत्तराखंड में फिलहाल स्थिति बेहद नाजुक है, पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन ने लोगों को घेर लिया है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन कठिन भूगोल और मौसम की मार से काम में देरी हो रही है। ऐसे में आम जनता को चाहिए कि प्रशासन की बात मानें, अनावश्यक यात्रा न करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। दगड़ियो उत्तराखंड में देर रात से हो रही भारी बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में जहां आपदा जैसे हालत बने हुए हैं, तो वहीं मैदानी जिलों में बाढ़ के पानी ने लोगों को परेशान कर रखा है। भारी बारिश के कारण जगह-जगह पहाड़ टूट रहे हैं, जिससे कुमाऊं और गढ़वाल दोनों ही जगह की लाइफ लाइन यानी सड़कें पूरी तरह के ध्वस्त हो चुकी हैं।