केदारनाथ धाम की पैदल चढ़ाई के बाद श्रद्धालु ले रहे मसाज का आनंद, पर्यटन विभाग की अच्छी पहल

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रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा पर आ रहे पैदल यात्रियों के लिए अब पर्यटन विभाग ने बॉडी और फुट मसाज थेरेपी की व्यवस्था की है। केदारनाथ और यमुनोत्री की यात्रा पर बॉडी मसाज मशीनें लगाई गई हैं। इन मशीनों से जहां तीर्थ यात्रियों के थकान दूर होगी तो वही लोगों को रोजगार भी मिलेगा। श्रद्धालु केदारनाथ धाम की पैदल चढ़ाई चढ़ने के बाद थकान से चूर हो रहे हैं, जिसके बाद वो धाम में मसाज का आनंद ले रहे हैं। इसके अलावा धाम से नीचे आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी सोनप्रयाग में मसाज का लाभ दिया जा रहा है।

माता वैष्णो देवी की तर्ज पर केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी इस बार रिफ्लेक्सोलॉजी के साथ ही बॉडी मसाज मशीन की सुविधा मिल रही है, जिससे तीर्थ यात्रियों में खुशी देखी जा रही है। केदारनाथ व सोनप्रयाग में एक-एक मसाज सेंटर खोले गए हैं। केदारनाथ यात्रा के पड़ावों पर बाडी मसाज सेंटर स्थापित करने के लिए सरकार लंबे समय से प्रयासरत थी। इस वर्ष पर्यटन विभाग ने केदारनाथ व सोनप्रयाग में यह सेंटर स्थापित भी कर दिए गए।

माता वैष्णो देवी की तर्ज पर केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी इस बार रिफ्लेक्सोलॉजी के साथ ही बॉडी मसाज मशीन की सुविधा मिल रही है, जिससे तीर्थ यात्रियों में खुशी देखी जा रही है। केदारनाथ व सोनप्रयाग में एक-एक मसाज सेंटर खोले गए हैं। केदारनाथ यात्रा के पड़ावों पर बाडी मसाज सेंटर स्थापित करने के लिए सरकार लंबे समय से प्रयासरत थी। इस वर्ष पर्यटन विभाग ने केदारनाथ व सोनप्रयाग में यह सेंटर स्थापित भी कर दिए गए।

बता दें कि, केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा मुख्य पड़ाव गौरीकंड से शुरू होती है और 18 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद श्रद्धालु बाबा के धाम पहुंचते हैं। हालांकि, तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए घोड़े-खच्चरों के साथ ही डंडी-कंडी की सुविधा भी उपलब्ध है, मगर हजारों की संख्या में ऐसे तीर्थ यात्री भी होते हैं, जो बाबा की यात्रा पैदल ही तय करते हैं। इससे अधिकांश श्रद्धालुओं को हाथ-पैर व बदन दर्द की शिकायत होना सामान्य बात है। इसी को देखते हुए पर्यटन विभाग की ओर से केदारनाथ व सोनप्रयाग में दो-दो बाडी मसाज मशीन लगाई गई हैं। इससे श्रद्धालु काफी सुकून महसूस कर रहे हैं।

पूरी बाडी की मसाज के लिए प्रति 15 मिनट का 250 रुपये का शुल्क और सिर्फ हाथ-पैर की मसाज के लिए प्रति 10 मिनट का सौ रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है। पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग और ट्रैकिंग रूट पर यात्रियों के लिए ये सुविधा मददगार साबित हो रही है। साथ ही स्थानीय व्यक्तियों के लिए इससे रोजगार के द्वार भी खुल गए हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में जल्द ही पर्यटन विभाग योग प्रशिक्षण साधना केंद्र भी स्थापित करेगा, जिससे केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों को धार्मिक स्थलों पर योग की सुविधा भी प्राप्त होगी।