चार धाम यात्रा के दौरान बदरीनाथ केदारनाथ धाम ने इस बार चढ़ावे के सारे पुराने रिकार्ड तोड़ दिए हैं। इस बार यहां केवल चढ़ावे में ही 60 करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई है। इससे पहले सर्वाधिक 44 करोड़ का चढ़ावा वर्ष 2019 में आया था। यह जानकारी बदरी केदार मंदिर समिति ने दी है। समिति के मुताबिक चढ़ावे में आई राशि का इस्तेमाल समिति द्वारा संचालित आठ संस्कृत कॉलेजों और विश्वविद्यालय में संसाधन बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इस राशि से समिति के 22 धर्मशालाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा।
समिति के चेयरमैन अजेंद्र अजय ने बताया कि चढ़ावे में प्राप्त संपत्ति को खर्च करने के लिए मंदिर समिति ने पूरी रूप रेखा तय कर ली है। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा आठ संस्कृत कॉलेजों का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा विश्वविद्यालय और विभिन्न प्रमुख स्थानों पर शैक्षिक संस्थानों का संचालन किया जाता है। इनमें बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है। इसके अलावा अलग अलग स्थानों पर धर्मशालाएं भी हैं। उन्होंने बताया कि चढ़ावे में जमा हुए फंड का इस्तेमाल इन सभी संस्थाओं में संसाधान बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
बदरी केदार मंदिर समिति को चढ़ावे से हुई इस आय को लेकर उत्तराखंड सरकार भी उत्साहित है। उत्तराखंड में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इन संभावनाओं को देखते हुए जरूरी संसाधनों के विकास की दिशा में काफी काम कर रही है। इससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को काफी सुविधा होगी। सरकार की इच्छा है कि यहां ठंड के बावजूद पूरे साल तक धार्मिक पर्यटन बदस्तूर जारी रहेग। इसके लिए कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं।