उत्तराखंड में कल शाम से हलचल मच रखी है। उत्तराखंड सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पौड़ी गढ़वाल के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह को हटा दिया है। इनकी जगह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के डीएम पद से मुक्त करके आशीष चौहान को पौड़ी के नए डीएम और श्वेता चौबे को जिले की एसएसपी बनाया है। कई लोगों के मन में तमाम सवाल उठ रहे हैं। रातोंरात यूं एक जिले के डीएम और पुलिस अधीक्षक को बदल दिया जाता है, इस पर कई तरह की चर्चाएं उड़ रही हैं। ऐसा भी माना जा रहा है कि पौड़ी बस हादसा और अंकिता भंडारी हत्याकांड का इससे सीधा संबंध हो सकता है। जी हां, सरकार द्वारा किए गए इस बदलाव को अंकिता भंडारी हत्याकांड और बस हादसे में प्रशासनिक लापरवाही से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इन दोनों ही मामलों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खासे नाराज चल रहे थे। डीएम और कप्तान को हटाने की चर्चाएं लगातार गरमा रही थीं। अपर सचिव कार्मिक ललित मोहन रयाल ने बीते शुक्रवार को दोनों के तबादले के आदेश जारी किए।
आदेश के मुताबिक पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी आशीष कुमार चौहान को पौड़ी का जिलाधिकारी बनाया गया है। उनकी जगह बागेश्वर की जिलाधिकारी रीना जोशी को भेजा गया है। वहीं रीना जोशी का प्रभार आईएएस अनुराधा पाल संभालेंगी। अनुराधा पिथौरागढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर थीं। वहीं, चमोली की पुलिस कप्तान श्वेता चौबे को पौड़ी गढ़वाल का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। दरअसल सीएम धामी पौड़ी के डीएम और पुलिस अधीक्षक से नाराज चल रहे थे। दरअसल हाल में में पौड़ी में बस हादसा हुआ था जिसमें एक ही घर के कई लोग मौत के मुंह में समा गए थे। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बस हादसे में मृतकों के आश्रितों और घायलों को तत्काल सहायता राशि देने के आदेश दिए थे। लेकिन 21 दिन बाद उन्हें सहायता राशि बांटी गई। सीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी। दूसरी बड़ी वजह अंकिता भंडारी प्रकरण को भी माना जा रहा है। हत्याकांड के अगले ही दिन आरोपी के रिजोर्ट में बुल्डोजर चलाने को लेकर पौड़ी के जिलाधिकारी की प्रतिक्रिया बहुत ही आपत्तिजनक रही थी। डीएम ने रिजोर्ट पर कार्रवाई को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की थी, हालांकि बाद में उन्होंने अपना बयान बदल लिया था। उनके बयान को भी उनके तबादले से जोड़कर देखा जा रहा है।