किसानों ने रुड़की में एक हफ्ते के अंदर दूसरी महापंचायत का आयोजन किया। इसके बाद भी किसानों को समाधान के नाम पर आश्वासन के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ, दरअसल सप्ताह भर पहले हुई किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे थे, लेकिन अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को दूर कराने के आश्वासन पर महापंचायत को समाप्त करवाया, वहीं, एक बार फिर उन्हीं मांगों को लेकर किसानों ने रुड़की में महापंचायत की। बता दें उत्तराखंड किसान मोर्चा के बैनर तले रुड़की एसडीएम चौक के पास सोमवार को एक बार फिर किसानों की महापंचायत हुई। इस किसान महापंचायत में दूरदराज से हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे।
घण्टों चली इस महापंचायत को किसान नेताओं ने संबोधित किया। इस दौरान अलग-अलग इलाकों से आए किसानों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखी। इस दौरान किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने बताया आपदा में खराब हुई फसलों का उचित मुआवजा, उत्तरप्रदेश की तर्ज पर सिंचाई के लिए किसानों को एक साल के लिए बिजली मुफ्त की जाए, इकबालपुर शुगर मिल में जो किसानों का गन्ना भुगतान बकाया है उसे मय ब्याज के जल्द से जल्द दिलाया जाए। इसके साथ ही किसानों ने आगामी सीजन में गन्ने का मूल्य 6 सौ रुपये कुंतल तय करने की भी मांगी की। किसानों ने शासन प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में किसान बड़ा आंदोलन करेंगे। साथ ही वे लगातार सरकार को जगाने का भी काम करते रहेंगे।
इन चार प्रमुख मांगों के लिए होगी महापंचायत
- किसानों को यूपी की तर्ज पर एक साल तक ट्यूबवेलों पर बिजली मुफ्त दी जाए।
- इस बार बाढ़ में किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा 10 हजार रुपये प्रति बीघा दिया जाए।
- इस बार किसानों को गन्ना मूल्य 600 रुपये प्रति क्विंटल दिया जाए।
- किसानों पर हर प्रकार के कर्ज माफ किए जाएं