दुष्यंत गौतम ने गृह सचिव को लिखा पत्र, जांच की मांग | Ankita Bhandari Case | Uttarakhand News

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उत्तराखंड की राजनीति में तीन साल बाद एक बार फिर भूचाल आ गया है, पूर्व भाजपा विधायक सुरेश राठौर की पत्नी द्वारा सोशल मीडिया पर अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर दिए गए बयानों ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। आरोप सीधे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम पर लगाए गए हैं। अब इस पूरे मामले में दुष्यंत गौतम खुद सामने आए हैं और जांच की मांग के साथ एक बड़ा ऐलान भी किया है। भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की पत्नी ने सोशल मीडिया के ज़रिये अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, लगातार अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लाइव आकर उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम पर सीधे सवाल खड़े किए हैं। इन आरोपों के बाद सियासत गरमा गई और अब खुद दुष्यंत गौतम ने सामने आकर जवाब दिया है।

दुष्यंत कुमार गौतम ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वे पिछले 47 वर्षों से राजनीतिक और सामाजिक जीवन में सक्रिय हैं और आज तक उनके चरित्र पर इस तरह का कोई आरोप नहीं लगा, उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व सुनियोजित तरीके से उनकी सामाजिक और राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। दुष्यंत गौतम ने खुली चुनौती देते हुए कहा अगर किसी के पास उनके खिलाफ कोई भी तथ्य या सबूत हैं तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए, कोर्ट में पेश किया जाए। उन्होंने साफ कहा कि वे हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं और अगर उनके खिलाफ कुछ भी साबित होता है तो वे राजनीति छोड़ देंगे। दुष्यंत गौतम ने यह भी बताया कि उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए गृह सचिव को पत्र लिखा है। साथ ही षड्यंत्र रचने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है। वहीं सत्ताधारी भाजपा का भी इस विवाद पर बयान सामने आया है, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक का कहना है कि भाजपा की सबसे बड़ी पहचान उसका अनुशासन है,अगर किसी भी स्तर पर आरोप साबित होते हैं तो पार्टी पद या प्रतिष्ठा नहीं देखती, इस पूरे विवाद के बीच कांग्रेस का आरोप है कि दुष्यंत गौतम के बयान उनके भीतर के डर को उजागर करते हैं। कांग्रेस का कहना है कि सवाल सिर्फ छवि का नहीं, चरित्र का है—और वह तभी साफ होगा जब पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी।