कोटद्वार: लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटलीढांग रेंज में हाथियों का आतंक बना हुआ है। आज भी सनेह कोटलीढांग की कुछ महिलाएं जंगल में घास लेने गई थीं। तभी हाथी ने महिलाओं पर हमला कर दिया। जिसमें एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसे कोटद्वार के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, हाथी के हमले के बाद महिलाओं में भगदड़ मच गई। जिससे अन्य महिलाएं भी मामूली रूप से चोटिल हो गईं। इसके अलावा गुलदार के आतंक से भी ग्रामीण दहशत में हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, आज सुबह करीब 8 बजे कुछ महिलाएं रोजाना की तरह ही लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटलीढ़ाग रेंज में चारा पत्ती लेने गई थी। वहां हाथी ने सुलोचना देवी पत्नी स्व पुष्कर सिंह (उम्र 55 वर्ष) पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि हाथी ने सूंड से उठाकर सुलोचना को पटक दिया। गनीमत रही कि सुलोचना देवी झाड़ियों में जा गिरी। जिससे हाथी दोबारा हमला नहीं कर पाया। उधर, अन्य महिलाएं पेड़ों और झाड़ियों में छिप गईं। कुछ देर बाद हाथी आगे बढ़ गया। जिससे उनकी सांस में सांस आई।
वहीं, महिलाओं ने हाथी के हमले की सूचना ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल महिलाओं को सड़क तक लाये। जहां से सुलोचना देवी को कोटद्वार बेस अस्पताल पहुंचाया। वहां पर महिला का इलाज चल रहा है। उधर, अन्य महिलाओं को भी सामान्य चोट लगी हुई हैं, जिनका घर पर इलाज चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथी के अलावा गुलदार का भी आतंक देखने को मिल रहा है। जिससे उनके सामने मवेशियों के लिए चारा पत्ती मुश्किल हो गया है। लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटलीढांग क्षेत्राधिकारी डीएन ध्यानी ने बताया कि जंगल में चारा पत्ती की कमी होने की वजह से हाथियों का झुंड ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रुख कर रहा है। हाथियों की चहलकदमी को देखते हुए क्षेत्र में वन कर्मियों की गश्त बढ़ा दी गयी है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से सनेह क्षेत्र में हाथियों और गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। गुलदार अक्सर सुरक्षा दीवार के पास चहलकदमी करते नजर आ रहा है। जिससे जंगल से सटे रिहायशी इलाकों में लोग काफी खौफजदा हैं।