देहरादून: उत्तराखंड में सार्वजनिक परिवहन का किराया हर साल बढ़ाया जाएगा। दरअसल, एसटीए की बैठक में निर्णय लिया गया है कि हर साल एक अप्रैल से नए नियम के तहत किराये की दरें लागू होंगी। स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की हुई बैठक में इस बात पर मुहर लगी है। हर साल किराए में एक नियत दर से बढ़ोत्तरी की जाएगी, ताकि एक साथ जनता की जेब पर भी भार न पड़े।
दरअसल प्रदेश में किराये और मालभाड़े में बढ़ोतरी कई साल में होती है, लेकिन अपेक्षाकृत अधिक होती है। लिहाजा, तय किया गया कि हर साल एक अप्रैल को यात्री किराये व मालभाड़े में निर्धारित प्रतिशत में वृद्धि की जाएगी। इस बढ़ोतरी का फार्मूला तय करने के लिए एसटीए ने उप परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा की अध्यक्षता में समिति का गठन कर दिया है। यह समिति एक माह में अपनी रिपोर्ट देगी जो कि अगली एसटीए बैठक में रखी जाएगी।
इसके तहत व्यावसायिक वाहनों ट्रक, मिनी ट्रक, लोडर का मालभाड़ा और रोडवेज, निजी बस, सिटी बस, टैक्सी, मैक्सी, ऑटो, विक्रम, ई-रिक्शा का किराया भी एक निश्चित दर से बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही, प्रदेश रेंटल कैब स्कीम भी लागू करने को लेकर सहमति बन गयी है। यानी कोई टूरिस्ट अपने लाइसेंस पर गाड़ी किराये पर लेकर कहीं भी जा सकेगा। इस स्कीम में उन लोगों को ही रेंटल कैब संचालन के लिए परमिट मिलेंगे जो 50 गाड़ियों का मालिक होगा।