मुख्यालय पौड़ी सहित शहर से सटे क्षेत्रों में आई फ्लू के मामले बढ़ने लगे हैं। जिला चिकित्सालय में इन दिनों हर रोज 25 से 30 आई फ्लू से पीड़ित लोग पहुंचे रहे हैं। चिकित्सक भी इस मानसूनी सीजन में इस संक्रमण के ज्यादा फैलने से बचने के लिए सभी को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। आई फ्लू से आंखों में दर्द, पलकों पर सूजन, आंखों में लालीपन, पानी आना, खुजली आदि कारण हो सकते हैं। अभी तक जो मामले सामने आए हैं उसमें सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे संक्रमित हैं। मानसूनी सीजन में इस संक्रमण के ज्यादा फैलने का भय रहता है। ऐसी स्थिति में चिकित्सकों के मुताबिक, किसी व्यक्ति में ऐसे लक्षण पाए जाने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का प्रयोग करने के अलावा हाथों का नियमित रूप से स्वच्छ पानी और साबुन से धोने, भीड़भाड़ वाली जगह से दूर रहने, आंखों को साफ तौलिए से ही साफ करने, काले चश्मे का उपयोग करना बेहतर है। इस सब के बीच सावधानी बरतने से इस संक्रमित बीमारी से खुद का बचाव करने के साथ ही दूसरे को भी संक्रमित होने से बचाया जा सकता है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. प्रवीन कुमार ने बताया कि यह एक संक्रमित बीमारी है, जो आंखों में होती है। बताया कि ऐसे समय में इससे बचने के लिए दूसरों का रुमाल, तौलिया इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। सभी को भीड़भाड़ वाली जगह में जाने से बचना चाहिए।