उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में एक और दो विषयों में फेल छात्र-छात्राओं के लिए राहत की खबर है। शासन की ओर से अंक सुधार परीक्षा का शासनादेश जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि हाईस्कूल में दो और इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल छात्र-छात्राओं को पास होने के तीन अवसर दिए जाएंगे। शिक्षा सचिव रविनाथ रमन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक हाईस्कूल में अधिकतम दो विषयों और इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल छात्र अंक सुधार परीक्षा दे सकेंगे। इसके अलावा वे छात्र भी अंक सुधार परीक्षा दे सकेंगे जो समझते हैं कि उन्हें अपेक्षित अंक नहीं मिले। इसके लिए छात्र-छात्राओं को परीक्षा परिणाम जारी होने के तीन सप्ताह के भीतर या फिर उत्तराखंड बोर्ड की ओर से तय तिथि के भीतर आवेदन करना होगा। हाईस्कूल स्तर पर परीक्षाफल सुधार के लिए परीक्षा शुल्क दो सौ रुपये प्रति विषय एवं 50 रुपये प्रमाणपत्र सह अंक पत्र के रूप में देय होगा। हालांकि अनुसूचित जाति, जनजाति एवं दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा शुल्क सौ रुपये रखा गया हैं। जबकि इंटरमीडिएट में परीक्षाफल सुधार के लिए परीक्षा शुल्क के रूप में तीन सौ रुपये देने होंगे। आदेश में कहा गया है कि परीक्षाफल सुधार परीक्षा एक समयबद्ध कार्यक्रम के रूप में आयोजित की जाएगी। शासन के इस आदेश से उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा में फेल हुए 20800 छात्र-छात्राओं को पास होने का मौका मिलेगा। ये छात्र एक या दो विषय में फेल हुए हैं।