केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों का आमरण अनशन जारी, PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को रोकने की धमकी

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Warning from Kedarnath pilgrimage priests: केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का आमरण अनशन जारी है। उन्होंने चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं होने पर प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को रोक दिया जाएगा। जनसभा को संबोधित करते हुए अनशन पर बैठे तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि सरकार का नुमाइंदा अभी तक सुध लेने नहीं आया। उन्होंने जिला प्रशासन की तरफ से हालचाल नहीं जानने पर भी दुख जताया। उन्होंने चेतावनी दी कि मांग पर ध्यान नहीं देने का खामियाजा केदारनाथ धाम में चल पुनर्निर्माण कार्यों को भुगतना होगा। आंदोलनरत तीर्थ पुरोहितों ने हक हकूक की मांग मनवाने के लिए किसी भी हद तक जाने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया सरकार तीर्थ पुरोहितों के अधिकारों का हनन कर रही है। जमीन और मालिकाना हक कब्जा गंभीर विषय हैं। तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ मंदिर में लगे सोने की परतों की जांच का मुद्दा भी उठाया है। मागों के समाधान नहीं होने तक आमरण अनशन जारी रहेगा।

केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित उनकी भूमि का अधिकार देने, 2013 की आपदा में ध्वस्त भवनों के स्थान पर बनाए गए नए भवनों को उन्हें सौंपने के साथ ही खड़े भवनों को ना छेड़ने और केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में लगे सोने की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सोमवार से धाम के दो तीर्थ पुरोहित आमरण-अनशन कर रहे हैं। जबकि अन्य तीर्थ पुरोहित क्रमिक अनशन पर बैठे हैं। कई तीर्थ पुरोहितों ने अपना नित्य पूजा-पाठ का कार्यक्रम भी छोड़ दिया है। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के लोगों ने कहा कि उनका आंदोलन 16 सितंबर से शुरू हो गया था, लेकिन अभी प्रशासन या फिर सरकार की ओर से उनकी सुध लेने नहीं आया है। यदि यही स्थिति रही तो बुधवार से धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्यों को बंद करवाया जाएगा।