उत्तराखंड: पेपर लीक की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ नकल विरोधी कानून के तहत यहां पहला FIR हुआ दर्ज

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उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एंटी कॉपीइंग एक्ट 2023 के तहत पहली एफआईआर दर्ज की गई है। उत्तरकाशी में पेपर लीक की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ यह एक्शन लिया गया है। उत्तराखंड सरकार का कहना है कि पेपर शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। साथ ही सरकार ने यह भी कहा कि पेपर लीक की अफवाह फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। रविवार को पटवारी-लेखपाल भर्ती की परीक्षा संपन्न होने के बाद सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से कई जगहों पर गड़बड़ी के आरोप लगे। किसी ने पेपर की सील खुली होना बताया तो किसी ने दूसरे कारण गिनाते हुए सवाल खड़े किए। इन सभी सूचनाओं के आधार पर सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है।

अपर मुख्य सचिव गृह राधा रतूड़ी ने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं। नए नकल कानून के तहत उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। वहीं, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने कहा कि कुछ अभ्यर्थी प्रश्नपत्र की गोपनीयता के संबंध में संदेह और भ्रांतियां फैला रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र प्रेस से बॉक्स में सील किया जाता है। बक्सों में लिफाफों में (पाली बैग्स) प्रश्नपत्र शील्ड होते हैं। गोपनीय सामग्री के प्रेस से आयोग में उपलब्ध होने व आयोग से जिलों को उपलब्ध कराए जाने व परीक्षा तिथि को कोषागार से सेक्टर मजिस्ट्रेट के माध्यम से परीक्षा केंद्रों को उपलब्ध कराते समय हर स्तर पर वीडियोग्राफी की जाती है। कुछ लोग इस बारे में भ्रामक खबरें फैला रहे हैं, जिनके खिलाफ नए नकल विरोधी अध्यादेश के तहत कार्रवाई की जाएगी।