पंचतत्व में विलीन हुए उत्‍तराखंड के पांच जांबाज, अंतिम विदाई में छलकी लोगों की आंखें

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड ने अपने पांच वीर सपूतों को खो दिया है। पांच जवानो का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

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कठुआ में आतंकी हमले में 22वीं गढ़वाल राइफल्स के पांच जवानो का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है। Kathua Terror Attack जवानों को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। अपने बच्चों को तिरंगे में लिपटा देख बलिदानियों का परिवार नि:शब्द था, वहीं अंतिम यात्रा में पहुंचे हर शख्स की आंखों में आंसू थे। कहीं बहन ने अपने भाई के पार्थिव शरीर को कंधा दिया तो कहीं मासूम बच्चों ने अपने पिता को मुखग्नि दी। जखोली ब्लॉक के कांडा-भरदार गांव निवासी बलिदानी नायब सूबेदार आनंद सिंह रावत की अंत्येष्टि सैन्य सम्मान के साथ सूर्यप्रयाग घाट पर की गई। आदर्श नेगी का मलेथा में अलकनंदा नदी के बासापाणी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया तो वहीं विनोद सिंह का मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद घाट पर पंचतत्व पर विलीन हो गए।

बलिदानी सैनिकों में नायब सुबेदार आनंद सिंह रावत रुद्रप्रयाग के कांडाखाल गांव निवासी थे। इसके अलावा हवलदार कमल सिंह पौड़ी जिले के लैंसडौन क्षेत्र के नोदानू गांव के निवासी थे। जबकि नायक विनोद सिंह भंडारी मूलरूप से टिहरी गढ़वाल के जाखणीधार क्षेत्र के अंतर्गत चौंड जसपुर गांव से थे। 26 वर्षीय राइफलमैन आदर्श नेगी भी टिहरी गढ़वाल के थाती डागर गांव के निवासी थे। पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल क्षेत्र के डोबरिया गांव निवासी राइफलमैन अनुज नेगी भी इस आतंकी हमले में बलिदान हुए हैं। ग्राफिक एरा ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में बलिदान हुए पांचों जांबाजों के आश्रितों की उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी का निर्णय लिया है। ग्राफिक एरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डा. कमल घनशाला ने कहा कि ग्राफिक एरा इन रणबांकुरों के आश्रितों को निश्शुल्क उच्च शिक्षा देगा। बलिदानियों के आश्रित भाई-बहन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट समेत कोई भी कोर्स कर सकते हैं।