उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में 17 सितंबर की रात एक काली रात साबित हुई। जिसने कई आशियाने उजाड़ दिए। कई घर मलबे में बह गए तो कई लोग इन घरों में जिंदा दफ्न हो गए। Chamoli Nandanagar Disasters जिसने भी तबाही का मंजर देखा, उनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। शुक्रवार को फाली लगा कुंतरी क्षेत्र से मलबे से पांच शव और बरामद हुए हैं। अब तक इस आपदा में लापता हुए 10 लोगों में से एक व्यक्ति को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि सात लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। धुर्मा गांव में अभी भी दो लोग लापता हैं जिनकी तलाश जारी है। बरामद किए गए सभी सात शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। शुक्रवार को पांच शव बरामद हुए। दो शव पूर्व में मिल चुके हैं।जबकि एक व्यक्ति कुंवर सिंह(42) पुत्र बलवंत सिंह जीवित मिले हैं। वहीं, लापता दो लोगों की तलााश जारी है।
चमोली DM व SP लगातार हालातों की जानकारी ले रहे हैं। सीएम धामी भी चमोली नंदानगर आपदा के हालातों पर नजर बनाये हुए हैं। इसके साथ ही नंदप्रयाग–नंदानगर मार्ग अवरुद्ध है. जिसे खोलने के प्रयास जारी है। चमोली जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को बाधित मार्गों को शीघ्र सुचारु करने, प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों में शिफ्ट करने और भोजन और पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कुंतरी लगा फाली के प्रभावित परिवारों के लिए सैती प्राथमिक विद्यालय, मरिया आश्रम और पूर्ति निरीक्षक गोदाम में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। धुरमा गांव के लगभग 25 और सेरा गांव के लगभग 12 प्रभावित परिवारों के लिए शिविरों की व्यवस्था तहसील प्रशासन द्वारा की जा रही हैं।