Ankita BHandari मामले पर सड़क पर संग्राम | Uttarakhand News | Exclusive News

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उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की लड़ाई एक बार फिर सड़कों पर दिख रही है। हत्याकांड से जुड़े नए खुलासों के बाद पहाड़ की जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। हर जुबां पर एक ही सवाल—आखिर कब होगी उस वीआईपी की गिरफ्तारी, जिसका नाम बार-बार सामने आ रहा है? सड़कों पर उतरी जनता साफ कह रही है—अब और इंतजार नहीं, अंकिता को इंसाफ चाहिए। Ankita bhandari Case Update जी हां दोस्तो उत्तराखंड का बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड एक बार फिर सियासी भूचाल का कारण बन गया है। भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी और टीवी एक्ट्रेस उर्मिला सनावर द्वारा फेसबुक लाइव में किए गए दावों और एक वायरल ऑडियो के सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। उर्मिला सनावर ने लाइव वीडियो में इस हत्याकांड से जुड़े एक कथित वीआईपी के तौर पर भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम का नाम लिया, जिसके बाद विपक्षी कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दोस्तो मामले के तूल पकड़ते ही कांग्रेस पार्टी प्रदेशभर में सड़कों पर उतर आई।

कोटद्वार, हरिद्वार, देहरादून, अल्मोड़ा और नई टिहरी समेत कई जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया और CBI जांच की मांग की। कोटद्वार में हुए प्रदर्शन के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह पूरा प्रकरण देवभूमि उत्तराखंड को कलंकित करने वाला है और सरकार सच्चाई को सामने आने से रोकने का प्रयास कर रही है। वहीं कोटद्वार में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष मीना बछवाण ने कहा कि अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस का संघर्ष लगातार जारी रहेगा और जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, आंदोलन तेज किया जाएगा। अल्मोड़ा में कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज गुड्डू ने कहा कि जब भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम का नाम सार्वजनिक रूप से सामने आ चुका है, तो प्रदेश सरकार अब तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रही। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर एक प्रभावशाली व्यक्ति को बचाने का काम कर रही है, जो बेहद निंदनीय है। हरिद्वार के देवपुरा चौक पर जिला महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा किए गए प्रदर्शन में महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि वायरल ऑडियो में एक बड़े नेता का नाम सामने आने के बावजूद कार्रवाई न होना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई, तो आंदोलन को और व्यापक और उग्र किया जाएगा।

देहरादून में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार पर साक्ष्य मिटाने और अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप लगाए गए। डॉ. गोगी ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड केवल एक अपराध नहीं, बल्कि सत्ता के संरक्षण में सच को दबाने का उदाहरण बन चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि वनंतरा रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलाकर साक्ष्य नष्ट किए गए और अब सामने आ रहे नाम सरकार की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि जिस तरह भाजपा नेताओं के नाम इस जघन्य अपराध से जुड़ते जा रहे हैं, उससे सरकार की नीयत साफ नजर आ रही है। यदि सरकार में थोड़ी भी नैतिकता शेष है, तो निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों को कठोर सजा दिलाई जाए, फिलहाल, वायरल ऑडियो और वीडियो के बाद अंकिता भंडारी हत्याकांड एक बार फिर प्रदेश की राजनीति के केंद्र में आ गया है। अब देखना यह होगा कि सरकार विपक्ष के आरोपों पर क्या जवाब देती है और क्या वाकई इस बहुचर्चित मामले में किसी बड़े नाम पर कार्रवाई होती है या नहीं।