खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने की ये घोषणा, फ्री का राशन लेना अब न होगा आसान

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देहरादून: ‘अपात्र का ना-पात्र का हां’ अभियान के तहत अपना राशन कार्ड सरेंडर कराने वाले लोगों का सरकार सम्मान करेगी। साथ ही खाद्य अधिकारियों को सरेंडर राशन कार्डों के स्थान पर नए पात्र लोगों के कार्ड बनाने के निर्देश दे दिए गए हैं। खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि एक अपील पर लोगों ने खुद आगे आकर राशन कार्ड सरेंडर कराए। सरकार का मानना है कि लोगों के इस फैसले से हजारों वास्तविक पात्र लोगों को निशुल्क और रियायती अनाज की योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।

खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने कहा कार्ड सरेंडर करने वालों को यह महसूस नहीं होना चाहिए कि वो किसी प्रकार के अपराधी है। उन्होंने अच्छा निर्णय किया है। कार्ड सरेंडर करने के फैसले के लिए उन्हें सम्मानित करने पर विचार किया जा रहा है। आर्य ने कहा कि उनका व्यक्तिगत प्रयास होगा कि कार्ड सरेंडर करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रतीक रूप में सम्मान स्वरूप एक-एक शॉल भी दिया जाए। मंत्री ने कहा कि अब अफसरों को पात्र लोगों को चिह्नित करते हुए उनके राशन कार्ड बनाने के निर्देश दे दिए हैं। राशन कार्ड सरेंडर करने वाले लोगों का सरकार आभार व्यक्त करती है। उनके सम्मान के लिए तारीख जल्द तय की जाएगी।

कुमाऊं में जाने-अनजाने में गरीबों के हक पर डाका डाल रहे 26840 अपात्रों ने राशन कार्ड सरेंडर किए हैं। जिसके तहत कुमाऊं में करीब 125368 यूनिट प्राप्त हुए हैं। बता दे, राज्य में बहुत से अपात्र राशन कार्ड धारक पिछले कई सालों से गरीबों को मिलने वाले मुफ्त का राशन ले रहे थे, ऐसे में सरकार ने अभियान चलाकर पूर्व में राशन कार्ड सरेंडर करने की तिथि 31 मई निर्धारित की थी। बाद में इसे बढ़ा कर 30 जून कर दिया गया था। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग स्वेच्छा से कार्ड सरेंडर कर सकें। इस दौरान अभियान का सकारात्मक रुख दिखा। जिसका परिणाम यह हुआ कि कुमाऊं मंडल के छह जिलों से 26,840 धारकों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए।