Uttarakhand Congress: प्रदेश में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह के बाद अब पिथौरागढ़ विधायक ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पिथौरागढ़ विधायक मयूख महर ने सदस्य पद की नियुक्ति में बंदरबाट का आरोप लगाते हुए पीसीसी सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति एक पद पर पार्टी जोर देती रही है। लेकिन विधायकों को यह पद देकर अन्य कार्यकर्ताओं का हक मारा जा रहा है।
मयूख का कहना है कि जो लोग अपने बूथ पर ही कांग्रेस को नहीं जिता पाए थे, उन तक को पीसीसी सदस्य का अहम पद दे दिया गया है। मयूख ने ईमेल के जरिए अपना इस्तीफा भेजा है। संपर्क करने पर उन्होंने इसकी पुष्टि की। कहा कि पीसीसी में सदस्यों के चयन को लेकर वो सहमत नहीं है। जो लोग पात्र नहीं है, उन्हें तक पीसीसी बना दिया गया। इसी प्रकार विधायकों को पीसीसी सदस्य बनाने की भी जरूरत नहीं थी। विधायक तो नियमानुसार पीसीसी के विशेष आमंत्रित सदस्य होते ही हैं।
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनिर्वाचित सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे में उन्होंने कहा कि पार्टी में बड़े व जनाधार वाले नेताओं की उपेक्षा हो रही है। उनके स्थान पर किसी बड़े नेता को सम्मिलित किया जाए। वही कांग्रेस के एससी विभाग के सचिव नेमचंद्र सूर्यवंशी ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। लंबे समय से निष्कासित नेमचंद की कुछ समय पहले ही प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सूर्यवंशी की दोबारा वापसी कराई थी।