Uttarakhand Congress: लोकसभा चुनाव 2024 में अब एक साल का ही वक्त बचा हुआ है. इसके बावजूद कांग्रेस खुद को मजबूत करने में नाकाम साबित हो रही है. कुछ ऐसा ही हाल उत्तराखंड कांग्रेस का भी है। यहां पार्टी में गुटबाजी, मनमुटाव और नेताओं के बीच टकराव चरम पर है। पिछले ही दिनों कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ और प्रीतम सिंह ने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जिसके बाद से पार्टी में दो फाड़ की स्थित बनी हुई है। जिस तरह से पार्टी प्रभारी और संगठन को लेकर बयान सामने आए हैं, उनसे पार्टी के साथ संगठन भी असहज है। इसको दुरूस्त करने के लिए पार्टी हाईकमान की ओर से वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सीडब्ल्यूसी के सदस्य पीएल पुनिया को पर्यवेक्षक बनाकर उत्तराखंड भेजा जा रहा है। पुनिया शनिवार को (आज) तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचेंगे। इस दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी उनके साथ मौजूद रहेंगे।
दरअसल, वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच शुरू हुई बयानबाजी लगातार जारी है। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी हाईकमान तक यह बात पहुंचाई थी। उनकी बात का संज्ञान लेते हुए पार्टी ने किसी वरिष्ठ नेता को पर्यवेक्षक बनाकर उत्तराखंड भेजने का फैसला लिया था। पुनिया का कोई आधिकारिक कार्यक्रम तो जारी नहीं किया गया है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने उनके आने की पुष्टि की है। रविवार को पीसीसी में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान वह वरिष्ठ नेताओं से अलग-अलग बातचीत भी करेंगे। जबकि अगले दिन सोमवार को अनुषांगिक संगठनों और प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। इसके लिए पार्टी के सभी विधायकों, पूर्व एमएलए, पूर्व एमपी, प्रत्याशी रहे नेताओं को देहरादून बुलाया गया है। इसके अलावा जिलाध्यक्षों को भी बैठक में उपस्थित रहने को कहा गया है।