देहरादून: उत्तराखंड में बेहद चर्चित रही शिक्षा विभाग की अधिकारी दमयंती रावत को शासन ने वित्तीय नियमों को ताक पर रखकर 20 करोड़ के हस्तांतरण के मामले में दोषी पाया है। शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने इसकी पुष्टि की है। शिक्षा सचिव ने कहा कि जांच के बाद संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए विधि विभाग से राय ली जा रही है। जांच रिपोर्ट में आया है कि धनराशि हस्तांतरण के लिए महिला अधिकारी ने सक्षम स्तर से अनुमति नहीं ली। इसके अलावा भी नियमों का उल्लंघन हुआ है।
तत्कालीन सचिव भी इस प्रकरण में कार्रवाई की सिफारिश कर चुके हैं। प्रकरण में विभाग अंतिम कार्रवाई से पहले विधि विभाग से राय ले रहा है। गौर हो कि दमयंती रावत भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में सचिव थीं। इस दौरान कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज के लिए 20 करोड़ रुपये की धनराशि कर्मचारी राज्य बीमा योजना को ऋण के रूप में ट्रांसफर किये गए थे। इस मामले में 22 सितंबर 2021 को दमयंती रावत को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था, जिसका जवाब दमयंती रावत की तरफ से दिया गया है।
जिसके बाद सरकार ने एक्शन लेते हुए 3 सदस्य जांच कमेटी गठित की थी। शिक्षा सचिव ने कहा कि प्रकरण की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। जांच में महिला अधिकारी को दोषी पाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है। इस पर विधि एवं कार्मिक विभाग की बैठक भी हो चुकी है। विभागीय मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कार्रवाई से पहले एक बार प्रक्रिया को दिखवा लिया जाए। इस पर विधि विभाग से राय ली जा रही है।