Uttarakhand Poltics: अंकिता भंडारी हत्याकांड ने उत्तराखंड के आम जनमानस को झकझोर दिया है। हर कोई चाहता है कि जल्द से जल्द हत्यारों को सजा मिले ताकि उत्तराखंड की बेटी को न्याय नसीब हो सके। इसी कड़ी में धामी सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लेकर कई राज उगलवा लिए हैं। खुद एसआईटी इंचार्ज डीआईजी पी रेणुका ने दावा किया है कि जांच पड़ताल अंतिम चरण में है और रिजॉर्ट में वीआईपी को एक्सट्रा सर्विस देने सहित तमाम पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। उनका कहना है कि जल्द चार्जशीट फाइल कई जाएगी। हालांकि अभी मुख्य हत्यारोपी पुलकित आर्य का एक फोन नहर से रिकवर कर लिया गया है जबकि बताया जा रहा कि उसके दो फोन और तलाशने बाकी हैं जिसके बाद वीआईपी कौन था इस रहस्य से पर्दा उठ सकता है।
इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कौन था वह वीआईपी इसे लेकर सोशल मीडिया में पोस्ट कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्य के प्रबुद्ध जनमानस के समक्ष कुछ चिंताएं रखी हैं। हरदा ने दावा किया है कि जिस वीआईपी को एक्सट्रा सर्विस देने का आरोप अंकिता भंडारी ने अपने दोस्त के साथ WhatsApp chat में लगाया था, इस वीआईपी की अब तक गिरफ्तारी न होना लोगों को चिंता में डाल रहा है।
हरीश रावत ने यह भी कहा है कि राजनीतिक लोगों के जेहन में वह वीआईपी चेहरा कुछ कुछ साफ होने लगा है। रावत ने कहा है कि संदेह है कि वह वीआईपी बहुत ही वजनदार व्यक्ति है और उत्तराखंड के राजनीतिक घटनाक्रम से उसका पहले से भी संबंध रहा है।
रावत ने प्रबुद्ध जनमानस से प्रार्थना की है कि वे अपने अपने तरीके से दो तीन दिन में अपनी चिंता प्रकट करें चाहे उपवास, बयान या सोशल मीडिया पोस्ट को जरिया बनाकर। हरदा ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते कहा है, मुख्यमंत्री जी राज्य के भरोसे को कायम रखिए।
हरदा ने लिखा कि माननीय मुख्यमंत्री जी #अंकिता_भण्डारी ने अपनी पोस्ट में जिस #VIP का जिक्र किया था और यह कहा था कि एस्कॉर्ट करने के लिए मेरे ऊपर दबाव डाला जा रहा है। अभी तक उस वीआईपी की गिरफ्तारी का न होना लोगों को चिंता डाल रहा है! राजनीतिक लोगों के जेहन में वह चेहरा कुछ-कुछ साफ होने लगा है। लोगों को संदेह है कि वह वीआईपी बहुत ही वजनदार व्यक्ति है और उत्तराखंड के राजनीतिक घटनाक्रम से उसका पहले भी संबंध रहा है। ज्यों-ज्यों ये बातें चर्चा में आ रही हैं, लोगों की चिंता और गहरी होती जा रही है! मैं राज्य के प्रबुद्ध जनमानस से प्रार्थना करना चाहूंगा कि अपने-अपने तरीके से अगले दो-तीन दिन में अपनी चिंता को अभिव्यक्ति दीजिए। चाहे उपवास के माध्यम से दीजिए, चाहे बयानों के माध्यम से दीजिए, चाहे सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दीजिए। मुख्यमंत्री जी राज्य के भरोसे को कायम रखिए।