चमोली: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण की उपेक्षा किये जाने से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण पहुंचकर कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ तहसील कार्यालय में तीन घण्टे तक धरना दिया और उपजिलाधिकारी कार्यालय में सांकेतिक तालेबंदी की। उन्होंने कहा कि धामी सरकार जिस प्रकार से भराड़ीसैंण को गैर बनाने की मुहिम में जुटी है, बेहद चिंताजनक है। गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर उपजिलाधिकारी व तहसीलदार की तैनाती तक नहीं कर पाना भाजपा की कार्यप्रणाली बयां कर रही है।
हरीश रावत के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इस दौरान हरीश रावत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गैरसैंण को बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना। हरीश रावत का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गैरसैंण में कई विकास कार्य किए हैं, लेकिन इस सरकार ने सब पर पानी फेर दिया है। गैरसैंण में बीजेपी सरकार ने एक पैसा नहीं लगाया है। प्रदेश की माली हालत पर चुटकी लेते हुए हरदा बोले कि राज्य में प्रति व्यक्ति आय निरंतर घट रही है, जबकि गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाए जाने पर जहां तीन लाख से अधिक रोजगार सृजित होते, वहीं पर प्रति व्यक्ति वार्षिक आय पांच लाख से अधिक होती। नए ग्रोथ सेंटर विकसित किए जाने की आवश्यकता है। नए क्षेत्रों का विकास नहीं किए जाने पर निकट भविष्य में मुश्किलें बढ़ेंगी।
वहीं, गैरसैंण में हरीश रावत द्वारा की गई तालाबंदी पर बीजेपी ने तंज कसा है। गदरपुर विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि हरीश रावत प्रदेश के वरिष्ठ नेता हैं, उनका राजनीतिक अनुभव बहुत ज्यादा है, उनके बारे में क्या कहा जा सकता है। अरविंद पांडेय ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत को बहुत कुछ करना चाहिए था। लेकिन उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायतों के लिए कुछ काम नहीं किया। उनके कार्यकाल के दौरान घोटाले ही घोटाले हुए हैं. ऐसे में अभी वे इन बातों को लेकर जनता को आकर्षित नहीं कर सकते है, क्योंकि प्रदेश की जनता जानती है कि उनका हित किसमें है और उनका विकास किस में है। अरविंद पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड में कभी कोई सरकार रिपीट नहीं होती थी। लेकिन भाजपा ने इस मिथक को तोड़ा है और दोबारा सरकार बनाई है। उन्होंने हरीश रावत को नसीहत देते हुए कहा कि हरीश रावत को अपने संगठन पर ध्यान देना चाहिए और अपने दल को मजबूत करने के प्रयास करने चाहिए।