उत्तराखंड में सभी राजनीतिक दल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटते हुए दिख रहे हैं वही पिछले कुछ दिनों से हरीश रावत ब्राह्मणों के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को दिखा रहे हैं। इसी कड़ी को आगे बढ़ते हुए हरीश रावत ने कहा कि सनातन धर्म ब्राह्मण और कांग्रेस तीनों का स्वभाव एक तरह है और यह तीनों समन्वयवादी और उदार हैं आगे हरीश रावत ने यह भी कहा कि जब से ब्राह्मण कांग्रेस से अलग हुए हैं तब से देश में असहिष्णुता भी बढ़ गई है और कांग्रेस भी कमजोर हो गई है वही जो ब्राह्मण कल तक दिया करता था आज वह मांगने वाला बन गया है।