उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ते। अब एचमटी वाला मुद्दा ही ले लीजिए। हाल ही में केंद्र सरकार ने हल्द्वानी में बंद पड़ी एचएमटी फैक्ट्री की जमीन उत्तराखंड सरकार को हस्तांतरित की थी। धामी सरकार द्वारा इसे अपनी बड़ी उपलब्धि बताया गया। इस पर हरीश रावत कहां पीछे रहते। हरदा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ये बीजेपी के प्रचार का तरीका है। उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रचारजीवी है। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से हृदय में रक्त वाहिनियां होती है। उसी तरह बीजेपी के लिए मीडिया भी रक्त वाहिनियों की तरह काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर मीडिया के लोग एक दिन के लिए ऑफ हो जाएं, तो भाजपा भी टन हो जाएगी। हरीश रावत ने कहा कि एचएमटी भूमि की जमीन राज्य सरकार की है। केंद्र सरकार ने इस भूमि को नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य गठन से पहले ये भूमि उत्तर प्रदेश सरकार की थी, जबकि वर्तमान में यह उत्तराखंड सरकार की है। लेकिन केंद्र सरकार इस भूमि को उत्तराखंड को देने की बात कह कर वाहवाही लूट रही है।
हरीश रावत ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े हुए करते हुए कहा कि एचएमटी फैक्ट्री को बंद कर केंद्र सरकार ने महापाप किया था और अब ऐसा न हो कि इस जमीन को खुर्दबुर्द कर दिया जाए। हरीश रावत ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार इस जमीन को बेहतर उपयोग करें, ताकि उन्होंने जो पाप किया तो वो धुल सकें। इसके अलावा हरदा ने अपने आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर भी जवाब दिया। हरीश रावत ने कहा कि वे बुजुर्ग हो चुके हैं और हरिद्वार के लोगों ने उन्हें काफी प्यार दिया है, इसीलिए उनका हरिद्वार के प्रति कुछ कर्तव्य बनाता है। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ते हैं तो आप सभी की शुभकामनाएं रहेगी। परिस्थितियों के अनुसार वो आगे काम करेंगे