गैरसैंण को लेकर हरीश रावत ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- ‘ग्रीष्मकालीन राजधानी का एक बोर्ड तक नहीं लगा’

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Uttarakhand Poltics News: पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के गैरसैंण पर दिए बयान पर पूर्व सीएम हरीश रावत का बयान भी सामने आया है। हरीश रावत ने साफ कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण के विकास के लिए बड़ी-बड़ी घोषणा की थी, लेकिन उन्हें अचानक पद से हटना पड़ा। ऐसे में जब वह खुद मुख्यमंत्री थे तो उन्हें गैरसैंण को लेकर कुछ ठोस प्लान तैयार कर लेना चाहिए था।

हरीश रावत ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि गैरसैंण जन भावनाओं का प्रतीक है। गैरसैंण के लिए लोगों ने ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के बारे में नहीं सोचा था, बल्कि लोगों की भावना थी कि ग्रीष्मकालीन को स्थाई राजधानी बनाया जाए, लेकिन बीजेपी सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर दिया, उसके बावजूद भी वहां ग्रीष्मकालीन राजधानी का एक बोर्ड तक नहीं लग पाया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर निशाना साधा।

हरीश रावत ने सरकार को घेरते हुए कहा कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने जो नियुक्तियां गैरसैंण के लिए की थी उनको भी सरकार ने निरस्त कर दिया। ऐसे में साफ समझा जा सकता है कि बीजेपी सरकार गैरसैंण को लेकर कितनी गंभीर है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मौजूदा सरकार को गैरसैंण में विकास करने को लेकर विशेष ध्यान देने की बात कही थी। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह भी कहा था कि गैरसैंण को लेकर सरकार को कैलेंडर जारी करना चाहिए। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सरकार को घेरते नजर आए।