Uttarakhand Poltics: उत्तराखंड में लैंसडाउन का नाम बदलने के प्रस्ताव को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से अपील की है। धामी सरकार द्वारा ब्रिटिशकालीन नामों को बदलने के फैसले पर रावत ने एक बार पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। उत्तराखंड के हिल स्टेशन, पार्कों के ब्रिटिशकालीन नामों को बदलने का पूर्व सीएम हरीश रावत ने विरोध किया है। हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए सरकार को खरी खोटी सुनाते हुए कड़े शब्दों में कहा कि ‘मुख्यमंत्री जी मैं आपसे आग्रह कर रहा हूं कि लैंसडाउन का नाम बदलना, उत्तराखंड के लिए नुकसानदायक होगा’।
मुख्यमंत्री जी मैं आपसे आग्रह कर रहा हूं कि लैंसडाउन का नाम बदलना, उत्तराखंड के लिए नुकसानदायक होगा। अब लैंसडाउन एक विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो..https://t.co/PTIZz9meCb..परंपरा से जुड़े हुए हैं! रानीखेत और मसूरी का कैथोलिक चर्च!#uttarakhand @pushkardhami pic.twitter.com/ul7cT33LLX
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) November 1, 2022
अब लैंसडाउन एक विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। पर्यटकों में उत्तराखंड को लेकर क्रेज भी बढ़ रहा है। लैंसडाउन में गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर भी है। पहले ही अग्निवीर योजना के जरिए हमारी रेजिमेंटों की परंपरा को समाप्त करने का षड्यंत्र रचा जा चुका है। अब जिस नाम से दुनिया जानती है कि गढ़वाल रेजीमेंट, गढ़वाल के महावीरों का घर लैंसडाउन। हमें नाम की उन बुलंदियों तक पहुंचने में बहुत वक्त लगा है। सीएम से सवाल करते हुए कहा कि, फिर किस-किसके नाम को बदलेंगे? जॉर्ज एवरेस्ट, जिम कॉर्बेट, रानीखेत और नैनीताल के क्लब जो अंग्रेजों की परंपरा से जुड़े हुए हैं। रानीखेत और मसूरी का कैथोलिक चर्च। रावत ने सीएम से नाम बदलने के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया।