देहरादून: खेलों के मोर्चे पर हरियाणा देश में एक अलग पहचान बना चुका है। खेल प्रतियोगिता राष्ट्रीय हों या अन्तराष्ट्रीय हर जगह हरियाणा के खिलाड़ी खूब मेडल जीतते हैं। उत्तराखंड में भी प्रतिभाओं की कमी नहीं फिर चाहे हॉकी की स्टार वंदना कटारिया हों या बैडमिंटन के नए चैंपियन लक्ष्य सेन। लेकिन इसे खेल सुविधाओं का अभाव कहिए या फिर खेल प्रतिभाओं को निखारने की कार्ययोजना न होना, राज्य के खिलाड़ियों को सही समय पर उचित मंच, मदद और मार्गदर्शन नहीं मिल पाने से राज्य मेडल तालिका में हमेशा पिछड़ जाता है।
अब धामी सरकार ने ठान लिया है कि खेलों की दुनिया में भी सैन्य क्षेत्र में अपना शौर्य दिखाने वाले राज्य के युवाओं को तराशा जाएगा। इसी कड़ी में हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकर के साथ उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार मिलकर एक्शन प्लान बनाएगी ताकि पहाड़ प्रदेश के युवाओं को बेहतर संसाधन मिल सकें और वे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकें। जिसके चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व खेल मंत्री रेखा आर्य के निर्देशानुसार पंचकुला में हरियाणा व उत्तराखण्ड के खेल विभाग के अधिकारियों द्वारा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में उत्तराखण्ड राज्य की ओर से विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में विशेष प्रमुख सचिव द्वारा राज्य की नई खेल नीति एवं छात्रवृत्ति योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। वहीं हरियाणा राज्य की ओर से राज्य में संचालित खेल प्रशिक्षण कार्यक्रमों, प्रशिक्षकों की तैनाती खेल अवस्थापना सुविधाओं समेत अन्य बिंदुओं पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। बैठक में हरियाणा की ओर से स्थानीय स्तर पर खेल नर्सरियां विकसित करने का सुझाव दिया गया। बैठक के बाद उत्तराखण्ड के अधिकारियों द्वारा ताऊ देवी लाल खेल परिसर, पंचकुला का भी निरीक्षण किया गया एवं अवस्थापना सुविधाओं एवं उनके संचालन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी।